हरियाणा: मधुमक्खी पालक किसानों को सीएम का तोहफा, नुकसान से बचाने के लिए शहद को भावांतर भरपाई योजना में शामिल करने की घोषणा

कुरुक्षेत्र। हरियाणा के मधुमक्खी पालक किसानों के लिए सीएम नायब सिंह सैनी ने बड़े तोहफे की घोषणा की है। मधुमक्खी पालक किसानों को नुकसान से बचाने के उद्देश्य से शहद को भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया जाएगा। ये घोषणा शनिवार को सीएम ने कुरुक्षेत्र के मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय मधुमक्खी पालन कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन के दौरान की।
मुख्यमंत्री शनिवार को कुरुक्षेत्र दौरे पर हैं, जहां पर वे मुख्य रूप से सात कार्यक्रम में शामिल होंगे। सबसे पहले सीएम कुरुक्षेत्र में गुर्जर धर्मशाला में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के बाद कुरुक्षेत्र के मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर में आयोजित मधुमक्खी पालन पर राज्य स्तरीय कार्यशाला कार्यक्रम को उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। मधुमक्खी पालन राज्य स्तरीय कार्यशाला में पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य तिथि पर उनको सादर नमन किया मुख्यमंत्री ने कार्यशाला में पहुंचे किसानों को बताया कि कैसे किसानों की आय दोगुनी हो रही है। मुख्यमंत्री नायब सैनी बोले भाजपा सरकार ने किसानों की फसल खराब होने पर विपक्ष द्वारा दिए 1155 करोड़ की जगह 15000 करोड़ मुआवजा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मधुमक्खी हमें शहद के अलावा और भी बी वेनम जैसे कई महत्वपूर्ण उत्पाद भी देती है जो कि कृषि के साथ इनकम का भी स्रोत है। यदि किसान अंतरराष्ट्रीय मानको पर ध्यान दें तो वे अपने शहद को विदेशी बाजारों में भी भेज सकते हैं. सरकार मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने को प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान ना हो इसके लिए शहद को अब भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा।
गुर्जर धर्मशाला में आयोजित एक और कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेशवासियों को भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हमारी संस्कृति से जुड़ा है। यह हमारे संस्कारों के साथ जुड़ा है, जो हमें एकजुटता और भाईचारे का संदेश देता है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की इस पावन भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के इस भव्य आयोजन पहुंच कर उन्हें बेहद खुशी का एहसास हो रहा है। जन्माष्टमी का यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण जी के जन्म का उत्सव तो है ही, साथ ही यह हमें गीता के अमर संदेश की भी याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि यह वही भूमि है, जहां महाभारत का युद्ध हुआ था। यह वही धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। गीता का वह ज्ञान, जो कर्म का महत्व, धर्म की रक्षा और सत्य की विजय का संदेश देता है, आज भी हमारे जीवन में प्रासंगिक है.मुख्यमंत्री ने कहा कि आज, जब हम नए हरियाणा के निर्माण की बात करते हैं, तो यह गीता का संदेश ही है, जो हमें प्रेरित करता है। हम सबको मिलकर अपने राज्य के विकास के लिए काम करना है, अपने कर्तव्यों का पालन करना है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हमें समरसता का भी संदेश मिलता है। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। वे अमीर गरीब, ऊंच नीच, छोटे बड़े, सभी के लिए समान थे। उनका यह संदेश हमें आज भी प्रेरित करता है कि हम सब मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करें, जहां कोई भेदभाव न हो, जहां सभी लोग एक-दूसरे के साथ प्यार और सम्मान से रहें। आज हरियाणा भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।