ईओडब्ल्यू) करेगा शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच! 20 शिक्षकों को नोटिस, 9 बिंदुओं पर मांगा स्पष्टीकरण

मध्यप्रदेश के दमोह जिले में फर्जी मार्कशीटों के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले सरकारी शिक्षकों पर पुलिस प्रशासन ने एफआईआर की कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की है। इसके बाद आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) सागर ने 20 संदिग्ध शिक्षकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। इन शिक्षकों को नौ बिंदुओं पर दस्तावेज और स्पष्टीकरण देने का नोटिस जारी किया गया है। इन फर्जी शिक्षकों का खुलासा हुआ था, जिसमें 24 शिक्षकों पर एफआईआर के निर्देश दिए गए थे। जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा का कहना था यह सभी एफआईआर जिले के ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को करवानी थी, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस की सुस्ती के कारण कार्रवाई नहीं हो पाई। अब ईओडब्ल्यू ने सीधे हस्तक्षेप कर जांच की कमान संभाल ली ली है। पिछले डेढ़ साल में शिक्षा विभाग को कई शिकायतें मिली थीं कि दमोह जिले में कुछ प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक फर्जी डीएड, बीएड और स्नातक डिग्रियां लगाकर नौकरी हासिल कर चुके हैं।
ईओडब्ल्यू सागर ने ऐसे 20 शिक्षकों को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है। इससे पहले जिला प्रशासन ने 16 मई 2025 को कलेक्टर ने एसपी को संदिग्ध शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए, लेकिन कार्रवाई नहीं नहीं हुई तो 8 जुलाई 2025 को ईओडब्ल्यू के उप पुलिस अधीक्षक ने डीईओ को पत्र भेजा। इसके साथ पुलिस और शिक्षा विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहे।
ईओडब्ल्यू की सूची में 16 नाम
संजीव दुबे - बीएससी डुप्लीकेट
मंगल सिंह ठाकुर - बीएड फर्जी
प्रभुदयाल पटेल - डीएड गड़बड़ी
अरविंद असाटी - बीएससी फाइनल संदिग्ध
कल्याण प्रसाद झारिया - डीएड जांचाधीन
रश्मि सोनी - बीए फाइनल एक ही अंकसूची
सुनील पटेल - डीएड जांच लंबित
नीलम तिवारी - डीएड संदिग्ध
आशा मिश्रा - बीएड साझा अंकसूची
पुष्पा दुबे - बीएड रिपोर्ट नहीं आई
महेश पटेल - बीएड रिपोर्ट बाकी
प्रवीण सिंघई - बीएससी संदिग्ध
उमेश राय - डीएड जांच में
रामप्रसाद उपाध्याय- फर्जी प्रमाणपत्र
मीना शर्मा - डीएड रिपोर्ट का इंतजार
मनोज गौतम - डीएड फर्जी की शिकायत।
नोटिस में मांगीं 9 जानकारियां
नियुक्ति से जुड़े सभी दस्तावेज
जन्मतिथि और प्रमाणपत्र
नियुक्ति आदेश व पदस्थापना का विवरण
वर्तमान पदस्थापना का स्थान
अब तक प्राप्त वेतन और भत्तों का ब्यौरा
आयकर रिटर्न और वित्तीय दस्तावेज
शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्रों का सत्यापन।
परिवार के सदस्यों और आश्रितों की जानकारी।
समस्त अभिलेखों की सत्यापित प्रतियां।