पुण्यतिथि:शराफ़त की दुनिया का किस्सा ही खत्म,अब जैसी दुनिया वैसे हम! इरफ़ान खान के डाइलॉग आज भी है ज़िंदा! मौत से पहले ही हो गया था आभास

Death anniversary: ​​The story of the world of decency is over, now the world as we are! Irfan Khan's dialogue is still alive! It was realized before death

शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म,,अब जैसी दुनिया वैसे हम! 
ये सिर्फ डाइलॉग नही था बल्कि इरफ़ान ने जिस लहजे से कहा था उससे इरफान लोगो के दिल मे उतर गए। 
इरफान खान! बॉलीवुड का वो एक्टर जो अपने आप मे एक्टिंग का चलता फिरता एक बहुत बड़ा इंस्टीट्यूट था। उन्हें किसी अवार्ड से नवाजने की ज़रूरत ही नही थी वो खुद बॉलीवुड के लिए एक अवार्ड थे । आज ही के दिन 29 अप्रैल 2020 को इरफान खान ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। ये खबर सुनते ही लोगो को बड़ा धक्का लगा। 
इरफान खान को अपनी मौत का आभास पहले ही हो गया था। इरफान खान के बेटे बाबिल ने बताया कि बीमारी से लड़ते हुए उन सालों में उनके पिता काफी हद तक ठीक भी हो गए थे। सुतापा ने कहा कि इरफान मौत और उसके बाद की जिंदगी के लिए उत्सुक रहते थे। आगे बाबिल ने कहा कि उन्हें पता था कि वो बच नहीं पाएंगे।आगे उन्होंने कहा, 'उनकी मौत से दो तीन दिन पहले मैं अस्पताल में था। वो होश खोते जा रहे थे और अंतिम पलो में उन्होंने मेरी ओर देखा,मुस्कुराए और कहा- मैं मरने वाला हूं, मैंने उन्हें कहा ऐसा नहीं होगा, वो फिर मुस्कुराए और सो गए'। इरफान का यूं चले जाना हर किसी के लिए सदमे जैसा था। जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीने वाले इरफान ने मौत को भी हंसते हंसते गले लगा लिया। वो जान गए कि अब वो नहीं रहेंगे और मुस्कुराते हुए इस दुनिया को अलविदा कह गए। इरफान जरूर चले गए लेकिन अपने परिवार और फैंस की यादों में वो हमेशा जिंदा रहेंगे।
इरफान के वो फेमस डाइलॉग जो भुलाए नही भूलते।
ये साली जिंदगी : इश्‍क का एक प्रॉब्‍लम है, अगर एक की लगी तो दूसरे की भी लगनी है कभी न कभी.
लाइफ इन ए मेट्रो : ये शहर हमें जितना देता है, बदले में उससे ज्‍यादा ले लेता है.
डी-डे: सिर्फ इन्‍सान गलत नहीं होते, वक्‍त भी गलत हो सकता है.
गुंडे : पिस्‍टल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है तो जान दोनों में ही खतरे में होती है.
मदारी : बाज चूजे पर झपटा, उठा ले गया, कहानी सच्‍ची पर अच्‍छी नहीं लगती...बाज पर पलटवार हुआ, कहानी सच्‍ची नहीं पर अच्‍छी लगती है.
द किलर : पिस्‍टल की ठंडी नली जब कनपटी पर लगती है ना, तब जिंदगी और मौत का फर्क समझ में आ जाता है.
जज्‍बा : शराफत की दुनिया का किस्‍सा ही खत्‍म, अब जैसी दुनिया वैसे हम.
जज्‍बा : रिश्‍तों में भरोसा और मोबाइल में नेटवर्क न हो तो लोग गेम खेलने लगते हैं.
हासिल : तुमको याद रखेंगे गुरु हम, आई लाइक आर्टिस्‍ट.
कसूर : दौलत का नशा ... किसी भी ड्रग्स से ज्यादा खतरनाक नशा है.
पीकू : डेथ और सिट (Shit) ... यह दो चीजें है किसी को, कहीं भी, कभी भी आ सकती है 
चॉकलेट : "पैसा अगर भगवान नहीं है ... तो भगवान से कम भी नहीं है.
हैदर : आप जिस्म हैं, मैं रूह ... आप फ़ानी, मैं लाफ़ानी
आन : मेन एट वर्क - "कई बार छोटी-छोटी नादानियां से नुकसान बड़ा हो जाता है.
फ्रायडे : बटर उतना ही लगाओ जितना खा पाओ ... ऐसा ना कि बटर लगाओ और फिसल जाओ.
हम तुम शबाना : उसके रामायण शुरू होने से पहले उसका महाभारत कर देंगे.
लकी कबूतर : लड़की खूबसूरत हो और स्कूटी पर हो तो प्यार हो जाता है ... और लड़की बदसूरत हो और मर्सिडीज में हो तो प्यार झक मार के करना ही पड़ता है.
अंग्रेजी में कहते हैं : प्यार जिसे लव कहते हैं ऐसे कहां होता है ... वह तो गंगा में पहले डुबकी की तरह है ... शरीर पर पड़ते की आत्मा तर हो जाती है.प्‍लान : दोस्तों के दुख दर्द बांटने देखो जग्गी आया है ... अभी कौन है वो कबूतर जिसने तुम्हें सताया है.
अंग्रेजी में कहते हैं : हर कहानी का हीरो शाहरुख खान नहीं होता ... कभी-कभी आप की तरह, मेरी तरह, एक आम इंसान भी होता है ... अपनी कहानी का हीरो.

आपको बता दे कि फरवरी 2018 में इरफान खान को एक दुर्लभ बीमारी न्यूरोइंडोक्राइन कैंसर होने का पता चला। उन्होंने लंदन के एक अस्पताल में अपना इलाज करवाया। लेकिन इरफान ज़िन्दगी की जंग आखिर हार ही गए।