बड़ी खबरः लाल आतंक का अध्याय अंत की ओर! 210 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 153 हथियार बरामद

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आई है, यहां आज 210 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनके पास से 153 हथियार बरामद हुए हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी सामूहिक आत्मसमर्पण कार्रवाई मानी जा रही है। इसके साथ ही अबूझमाड़ क्षेत्र लगभग नक्सल मुक्त घोषित किया जा सकता है और उत्तर बस्तर से लाल आतंक का अध्याय समाप्त होने जा रहा है। अब केवल दक्षिण बस्तर का क्षेत्र शेष है, जहां सुरक्षाबल और राज्य सरकार मिलकर अंतिम चरण की तैयारी में हैं। छत्तीसगढ़ में शांति और विकास की दिशा में यह एक निर्णायक कदम है। बस्तर के महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पट्टिलिंगम ने बताया- "माओवादी कैडर हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने के इरादे से आगे आए। समाज और हम सभी ने उन्हें स्वीकार किया। उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने एके-47, इंसास, एलएमजी और एसएलआर सहित कुल 153 हथियार आत्मसमर्पण किए। यह एक ऐतिहासिक घटना थी। इतनी बड़ी संख्या में माओवादी कैडर पहले कभी नहीं थे। हिंसा छोड़ एक ही दिन में मुख्यधारा में शामिल हो गए। हमें उम्मीद है कि भविष्य में अन्य नक्सली भी, जो अभी भी जंगलों में हैं, मुख्यधारा में शामिल होंगे।" इससे पहले दो अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले में 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें से 49 पर कुल 1.06 करोड़ रुपये से अधिक का इनाम था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक देश से नक्सल समस्या की समाप्ति का संकल्प लिया है।