बड़ी खबरः प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार RSS मुख्यालय जायेंगे मोदी! संघ प्रमुख मोहन भागवत से होगी मुलाकात, जानें क्यों खास है दौरा?

Big news: Modi will visit RSS headquarters for the first time after becoming the Prime Minister! Will meet Sangh chief Mohan Bhagwat, know why the visit is special?

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मार्च को नागपुर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय जायेंगे। बता दें कि 11 साल में यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी आरएसएस हेडक्वॉर्टर जाएंगे और संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करेंगे। खबरों के मुताबिक इस दौरान पीएम मोदी कई और कार्यकर्मो में भी हिस्सा लेंगे, लेकिन सबसे अहम कार्यक्रम मोहन भागवत से मुलाकात का रहने वाला है। इससे पहले अटर बिहारी वाजपेयी भी प्रधानमंत्री रहते हुए आरएसएस मुख्यालय गए थे। यह मुलाकात अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद पहली सार्वजनिक उपस्थिति होगी। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी आरएसएस समर्थित माधव नेत्र अस्पताल की आधारशिला भी रखेंगे। इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस प्रमुख भागवत की आमने-सामने की बैठक होगी, जिसे लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं। 

नागपुर दौरे में पीएम की संघ प्रमुख के साथ संक्षिप्त चर्चा की संभावना है। माना जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच राष्ट्रीय महत्व के कुछ विषयों पर चर्चा हो सकती है। हालांकि संघ सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। गौरतलब है कि इससे पूर्व पीएम अयोध्या में राम मंदिर संबंधी भूमि पूजन और रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में संघ प्रमुख के साथ सार्वजनिक मंच साझा कर चुके हैं। माना जा रहा है कि संघ प्रमुख और पीएम की मुलाकात के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा अप्रैल के पहले सप्ताह में की जा सकती है। इस पद के लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और प्रहलाद जोशी के नाम की चर्चा है। रिजिजू बौद्ध समुदाय से होने के साथ पार्टी के पूर्वोत्तर के मजबूत चेहरा  हैं। बौद्ध धर्म के प्रति दलितों का आकर्षण रहा है। जोशी कर्नाटक के ब्राह्मण है। चर्चा है कि दक्षिण के राज्यों में विस्तार की संभावना देख रही पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दक्षिण भारत को भी मजबूत विकल्प के रूप में देख रही है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत की मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब संघ की 21 से 23 मार्च के बीच होने वाली प्रतिनिधि सभा की बैठक संपन्न हो चुकी होगी। इस बैठक में इस साल विजयादशमी के दिन अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरा करने वाला संघ शताब्दी वर्ष की कार्ययोजना तैयार करेगा। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के साथ धर्मांतरण, जनसंख्या नीति जैसे अहम मुद्दों पर सरकार कार्ययोजना तैयार कर रही है।