अंकिता हत्याकांड!मौत से पहले दिए अंकिता के बयान पर पुलिस ने किया शाहरुख को गिरफ्तार, बेशर्म शाहरुख गिरफ्तारी के बाद मुस्कुराया,असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?किसने कहा लव जिहाद से बदलना चाहते हैं डेमोग्राफी?
झारखंड के दुमका में हुए अंकिता हत्याकांड से पूरे देश मे आक्रोश व्याप्त हो गया है। 22 अगस्त को मुस्लिम लड़के शाहरुख हुसैन ने अंकिता को पेट्रोल डालकर ज़िंदा इसीलिए जला दिया क्योंकि शाहरुख कई दिनों से अंकिता के पीछे पड़ा था और अंकिता ने शाहरुख को दोस्ती के लिए हां नही कहा। 22अगस्त से लेकर 28 अगस्त तक अंकिता हॉस्पिटल में ज़िन्दगी और मौत के बीच जंग लड़ती रही लेकिन वो हार गई। मौत से पहले अंकिता का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमे उसने शाहरुख हुसैन के एकतरफा प्यार और उसके बाद गुस्से में अंकिता के ऊपर पेट्रोल डालकर उसे ज़िंदा जलाने की पूरी कहानी बताई है।
हादसे के बाद पुलिस ने आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद शाहरुख की हरकतें देखकर पुलिस भी हैरान हो गयी।
हिरासत में लिए जाने के बाद शाहरुख मुस्कुरा रहा है और उसका मुस्कुराते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. हत्यारे शाहरूक के चेहरे पर ना कोई शिकन है और ना ही कोई अफसोस. 17 वर्षीय अंकिता ने मौत से पहले वीडियो में ये बात दर्ज भी कराया है कि किस तरह से आरोपी शाहरुख ने जेल की सजा काटने के बाद भी अंकिता और उसके परिवार वालो को फिर से मारने की धमकी दी.बता दें कि अंकिता की मां का देहांत डेढ़ साल पहले ही कैंसर के कारण हो गया था जिसके बाद अंकिता की बड़ी बहन इशिका की उसके लिया मां समान थी.
अपनी छोटी बड़ी सारी बातें अंकिता अपनी बड़ी दीदी इशिका से शेयर किया करती थी. इस बात का गवाह खुद उनके द्वारा शेयर किए गए सोशल मीडिया के अकाउंट्स है, जहा दोनों बहनों की केमेस्ट्री वाली वीडियो देखी गई है. अंकिता की मौत से सांप्रदायिक तनाव भी शुरू हो गया है जिसके बाद दुमका में धारा 144 लागू कर दी गई है. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं- कार्यकर्ताओं ने घटना के बाद दुमका बाजार को बंद रखा और विरोध प्रदर्शन किया.
उधर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा है कि दुमका की घटना से मानवता, समाज और झारखंड शर्मसार हुआ है. राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं के साथ 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं. यह साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक समुदाय विशेष के लोग लव जिहाद के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं.
वही इस मामले में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नाबालिग को जिंदा जलाना पशुता है. मैं घटना की निंदा करता हूं. साथ ही कहा कि आरोपी को कड़ी के कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इस मामले की सुनवाई के लिए एक स्पेशल कोर्ट बनाई जाए. आरोपी को कानून के मुताबिक कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।