कला जगत में एक युग का अंतः स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के शिल्पकार राम सुतार का निधन! 100 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, मेहनत और हुनर के दम पर दुनिया भर में कमाया नाम
नई दिल्ली। भारत के मशहूर मूर्तिकार और दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के शिल्पकार राम वनजी सुतार का निधन हो गया है। उन्होंने 100 साल की उम्र में बुधवार देर रात नोएडा स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनके पुत्र अनिल सुतार ने यह जानकारी दी। उनके जाने से भारतीय कला जगत में शोक का माहौल है। अनिल सुतार ने गुरुवार को प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि गहरे दुख के साथ हम आपको सूचित करते हैं कि मेरे पिता श्री राम वनजी सुतार का 17 दिसंबर की मध्यरात्रि को हमारे निवास पर निधन हो गया।

बता दें कि शिल्पकार राम वनजी सुतार ने मेहनत और हुनर के दम पर दुनिया भर में अपनी कला से नाम कमाया। उन्होंने ऐसी कई मूर्तियों को बनाया जिन्हें देश-विदेश में बहुत पसंद किया गया। राम सुतार को सबसे ज्यादा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए जाना जाता है। गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे खड़ी सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची मूर्ति उन्होंने डिजाइन की थी, जिससे वह पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। इसके अलावा उन्होंने हैदराबाद में लगी डॉ. बीआर अंबेडकर की 125 फीट ऊंची शानदार प्रतिमा भी बनाई थी।

संसद भवन में महात्मा गांधी की ध्यान करते हुए मूर्ति और घोड़े पर बैठे छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा भी उनकी बेहतरीन कलाकृतियों में से एक है। कला के क्षेत्र में उनके शानदार काम के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1999 में पद्म श्री और 2016 में पद्म भूषण जैसे सम्मानों से भी नवाजा। उनके निधन की खबर सुनकर देश के बड़े नेता और कलाकार दुखी हैं और उनके महान काम को याद कर रहे हैं। राम सुतार ने मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट से पढ़ाई की थी जहां उन्हें अपनी बेहतरीन कला के लिए गोल्ड मेडल मिला था।