175 मर गए चौकीदार साहब !!! संवेदना ही व्यक्त कर दीजिये ...

चमकी बुखार के चलते हर साल मौते होती है लेकिन सरकार के पास इनसे निबटने का कोई उपाय नहीं चाहे सरकार किसी की भी रही हो धरातल पर स्थिति जस की तस रहती है ,एक कहावत है राजतान्त्रिक देशों की जो इस लोकतान्त्रिक देश में सटीक बैठती है कि राजा को छींक भी आ जाये तो डॉक्टर घर पर आ जाता है और गरीब की जब तक जान हलक में न आ जाये सुनवाई नहीं होती ,और यहाँ तो 175 मौतों के बाद भी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही !!!
अब गौर करने की बात है संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति जिसे प्रधानमंत्री मोदी कहा जाता है सिर्फ एक दिन पहले सोशल मीडिया ने दुनिया का सबसे ताकतवर व्यक्ति घोषित कर दिया जो हर पल की खबर ट्विटर पर साझा करते है क्या उन्हें नहीं पता कि देश में क्या चल रहा है ?
खैर सरकार द्वारा इस तरह की संवेदनहीनता और निष्क्रियता बार बार सरकार के खोखले दावों और उनकी योजनाओं की पोल खोलती नजर आती है I