"हिन्दू धर्म मे घर वापसी करो, सीएए और एनआरसी से छुटकारा पाओ" विरोध के बदले विरोध ।

दिल्ली के शाहीन बाग़ में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है, वहां बैठे हुए लोग लगातार हो रही बारिश में भी टस से मस नहीं हो रहे, शाहीन बाग में कुछ महिलाएं खामोशी के साथ धरने पर आकर ऐसे बैठ गईं हैं जैसे उन्हें विरोध नही बल्कि सिर्फ बैठने को कहा गया हो। दिन गुजरे, हफ्ते गुजरे लेकिन शाहीन बाग में बैठी महिलाएं वहां से हिली तक नहीं,आज आलम ये है कि न सिर्फ भारतीय मीडिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में शाहीन बाग की इन महिलाओं की चर्चा जोर-शोर से हो रही है,इन महिलाओं के बारे में तो यहाँ तक कहा जा रहा है कि ये महिलाएं 500 -500 रुपये प्रतिदिन के लालच में आकर यहां बैठी हैं।खैर शाहीन बाघ में जो विरोध हो रहा है अब उस विरोध पर भी विरोध अपने चरम पर पहुंच गया है। जी हां दिल्ली के शाहीन बाघ में सीएए और एनआरसी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के विरोध में एक पोस्टर जारी किया गया है,जिसे लेकर पूरी दिल्ली ही शनिवार से चर्चाओं का शहर बन गया ,इस पोस्टर में लिखा है कि " हिन्दू धर्म मे घर वापसी करो, सीएए और एनआरसी से छुटकारा पाओ"।पोस्टर में इस नारे के साथ साथ "हम भी देखेंगे,देख रहे हैं " भी लिखा है।पोस्टर में मुस्लिम महिलाओं को बुर्का पहने हुए दिखाया गया है लेकिन उनके सर पर भगवा साफा भी पहनाया गया है।
विरोध के बदले विरोध का ये प्रदर्शन हिन्दू समाज के नेता रोशन पांडेय ने इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में होल्डिंग पर पोस्टर लगवा कर किया है।