हरिद्वार हरकी पौडी पर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा विवाद

हरकी पैड़ी पर स्थित ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारे का मामला एक बार फिर तूल पकड़ता नज़र आ रहा है। हरिद्वार हरकी पौडी पर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा विवाद ऑल इंडिया सिख कॉन्फ्रेंस द्वारा कब्जे के ऐलान के बाद एक बार फिर गरमा गया है। सिख कॉन्फ्रेंस द्वारा हर की पौड़ी स्थित स्काउट गाइड कार्यालय पहुंचने के एलान के बाद हरिद्वार में पुलिस प्रशासन सतर्क है और यथास्थिति कायम रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को हर की पौड़ी पर तैनात किया गया है।
आपको बता दे कि ज्ञान गोदड़ी गुरूद्वारे के निर्माण की मांग पिछले कई साल से चली आ रही है। हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी गुरूद्वारे के होने का दावा सिख समुदाय लंबे समय से करता आया है। वर्तमान समय मे दावे वाली जगह पर स्काउट गाइड का कार्यकाल बना हुआ है। इस वजह से कई बार हरिद्वार में मेलों के अवसर पर बवाल की आशंका भी रही है जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने भूमि आबंटन की पहल की थी लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी अभी तक भूमि नहीं मिल पायी है। वही पूर्व के समय मे सिख समुदाय के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस विषय को लेकर तत्कालीन जिलाधिकारी हरिद्वार से मुलाक़ात भी की थी। वही तत्कालीन सीएम उत्तराखंड ने इस सम्बन्ध में भूमि आबंटन का आश्वासन भी दिया था। बावजूद इसके आज तक गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के लिए भूमिका का आवंटन नहीं किया गया है।
वही इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने भारी संख्या में हर की पौड़ी पर पुलिस बल तैनात किया है। इस मामले में सीओ सिटी पूर्णिमा गर्ग का कहना है कि पूर्व की भांति इस बार भी पुलिस को सूचना मिली थी कि गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी को लेकर सिख समुदाय का भारी संख्या में हरिद्वार हर की पौड़ी पर आगमन होने वाला है। एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है जिससे हर की पौड़ी पर यथास्थिति बरकरार रहे यह जगह भारतीय स्काउट गाइड की है और इसमें पूर्व से ही विवाद रहा है। यथास्थिति को कायम रखने के लिए पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
कई साल से भी ज्यादा समय से चले आ रहे इस विवाद को लेकर आज तक भी कोई स्थाई हल प्रशासन और शासन द्वारा नहीं निकाला गया है। वहीं इस मामले में सिख समुदाय द्वारा लगातार हर की पौड़ी पर गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी होने का दावा किया जाता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि स्थानीय प्रशासन और शासन द्वारा इस मामले का कब तक स्थाई हल निकाला जाता है और कब तक प्रशासन द्वारा सिख समुदाय को गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के लिए भूमि उपलब्ध कराई जाती है।