सोनभद्र में मिले सोने के भंडारों की खबर निकली झूठी,मीडिया को भी एक पत्र के लीक होने से हुआ धोखा।

उत्तर प्रदेश के सोने की चिड़िया बनने के सपने में पूर्ण विराम लगता दिखाई दे रहा है।उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिला पिछले कुछ दिनों से सोने के खदानों को लेकर  खासा सुर्खियां बंटोर रहा था लेकिन अब भारी मात्रा में मिले सोने के भंडार का दावा हवाहवाई साबित हो गया जब जीओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने खदान में 3000 टन सोने की जगह सिर्फ 160 किग्रा सोना होने का दावा किया,इसके लिए एक प्रेस नोट भी जारी किया गया है।



31 जनवरी से सोनभद्र में हज़ारो टन सोने के भंडार मिलने की खबर तेज़ी से वायरल हो रही थी हर बड़े न्यूज़ चैनल, पेपर्स,पोर्टल में सोने के भंडारों के बारे में बता रहे थे,इतनी बड़ी खबर झूठी निकली लेकिन सभी मीडिया ग्रुप्स तो गलत खबर चलाएंगे नही आखिर मीडिया की भी कोई ज़िम्मेदारी होती है,फिर सवाल ये उठता है कि ये खबर आखिर सब जगह क्यों वायरल हुई? 



आवाज़24x7  ने छानबीन की तो पता चला कि ये सारा ड्रामा उत्तर प्रदेश के खनन विभाग और सोनभद्र के कलेक्ट्रेट डिपार्टमेंट के बीच हुए पत्र व्यवहार के लीक होने के बाद शुरू हुआ,इस पत्र में लिखा था कि सोनभद्र जिले के सोना पहाड़ी ब्लॉक में कुल 2943.26 टन और हरदी ब्लॉक में 646.15 किलोग्राम सोना होने की संभावना है।इस पत्र से से ये साफ ज़ाहिर है कि इन दो ब्लॉक में कुल मिलाकर करीब 3 हज़ार टन सोना होने की संभावना है।इस पत्र में ये भी कहा गया है कि  जीएसआई ने उत्तरी क्षेत्र लखनऊ की ओर से खनिजो की नीलामी की रिपोर्ट भी उपलब्ध कराई गई है, और सोना निकालने के लिए सात सदस्यों की टीम के गठन की भी जानकारी दी गयी है।ये पत्र उत्तर प्रदेश की मीडिया के हाथ 19 फरवरी को लगा जिसके बाद ये खबर आग की तरह हर बड़े चैनल में हर बड़े अखबार के फ्रंट पेज पर छा गयी।अफवाहों का बाजार इतना गर्म हो गया कि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम भी इसे भगवान का आशीर्वाद मानने लगे,ये मामला जब ज़्यादा ही फैल गया तब जीएसआई के कोलकाता स्थित मुख्यालय को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करनी पड़ी और साफ किया कि सोनभद्र में 3 हज़ार टन सोना मिलने की बात गलत है।जीएसआई ने सोनभद्र में 52806.25 टन स्वर्ण अयस्क होने की बात कही थी ना कि शुद्ध सोने की,सोनभद्र में जितने भी स्वर्ण अयस्क मिले है उसमें से प्रति टन सिर्फ 3.03 ग्राम सोना ही निकाला जा सकेगा यानी 160 शुद्ध किग्रा सोना ही प्राप्त होगा।सोनभद्र में फिलहाल सोने की तलाश अब भी जारी है और जीएसआई का सर्वे भी अभी चल रहा है।सोनभद्र में और सोना मिलने की संभावना से इंकार तो नही किया सकता लेकिन देश भर में उड़ी खबरों पर विराम ज़रूर लगाया सकता है।