क्या युवराज भी लगायेंगे बोली ?

मुंबई इंडियंस भले ही हार गई पर काफी टाइम से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे युवराज सिंह का बल्ला दे दना दन गरजा और उन्होंने 35 गेंद पर 53 रन जड़ कर दर्शकों को युवी युवी चिल्लाने पर मजबूर कर दिया।युवराज सिंह का क्रिकेटिंग भविष्य कुछ वर्षों से चर्चा का विषय बना हुआ है,इन चर्चाओं के बाजार में एक और नयी चर्चा सामने आयी जब युवी ने भावुक होकर  मीडिया सेल से कहा कि "वह सबसे पहले बोली लगाने वाले खिलाड़ी होंगे जब भी उन्हें लगेगा कि उनका समय समाप्त हो गया है"।

 नैशनल टीम मे रहते हुये युवराज का आईपीएल में भले ही  खराब ट्रैक रिकॉर्ड रहा हो पर अपने नयी पाली में मुंबई इंडियंस के लिए अर्धशतक के साथ उन्होंने एक नयी शुरूआत करके दिखा दिया कि वो भी कम नही है।आईपीएल के सलामी बल्लेबाज में MI की 37 रन की हार के बाद युवराज ने मीडियाकर्मियों से कहा, "जब समय आएगा, तो मैं अपने जूते टांगने वाला पहला व्यक्ति बनूंगा।"

हालाँकि भारत के 2007 के विश्व टी 20 और 2011 के विश्व कप के नायक ने स्वीकार किया कि कई बार उन्हें ले जाने के बारे में अजीब महसूस हुआ है साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि "पिछले दो साल मेरे लिये बेहद ही उतार चड़ाव वाले साल रहे , और मैं तय नहीं कर पाया कि मुझे क्या करना है।"

युवराज ने कहा कि जब उन्होंने आत्मनिरीक्षण किया, तो उन्होंने पाया कि वह अभी भी खेल का आनंद ले रहे हैं, जैसा कि उन्होंने यू -16 क्रिकेटर के रूप में राष्ट्रीय टीम के चयन के बारे में नहीं सोचा था उन्होंने बताया कि"मेरे लिए मुख्य बात ये थी कि जब मैं खेलना बंद कर चुका था तो मैंने क्यो खेला"।

"मैंने क्रिकेट खेला क्योंकि मुझे क्रिकेट खेलने में मज़ा आता था,और ये सोचकर नही खेलता था की मैं भारत के लिए खेल रहा हूं। मैं तो बस अंडर -14 और यू- के लिए खेल रहा था।" 

अनुभवी बाएं हाथ के बल्लेबाज ने सचिन तेंदुलकर से हुई बातो को भी साझा करते हुये कहा कि"मैं सचिन (तेंदुलकर) से भी बात करता रहा हूं और वह भी उस समय से गुजरा है उससे बात करना मेरे लिए चीजें आसान कर देता है"

अपने नए आईपीएल क्लब के लिए पदार्पण करने पर, युवराज सिंह ने अर्धशतक बनाया। लेकिन उनका प्रयास व्यर्थ चला गया क्योंकि MI 214 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 37 रन से पिछे रहे गये।