पूर्व भाजपा कोषाध्यक्ष के राशन घोटाले के कारण जरूरतमंदो को राशन की कमी !

कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश मे 21 दिन के बाद एक बार फिर लॉकडाउन अवधि को बड़ा गया है । ऐसे में गरीब तबके के लोगों के लिए रोटी जुटाना परेशानी का सबब बन गया है। गरीब तबक के लोगों के लिए भारत सरकार के साथ सभी राज्य सरकारो ने अपने अपने राज्य मे फ्री राशन देने की सुविधा उपलब्ध कराने का एलान किया है । पीएम मोदी के साथ सुर से सुर मिलते हुए सभी राज्यो के सरकारो ने इस महामारी की वजह से परेशान होने वाले दिहाड़ी मजदूरों की भी मदद करने का हर संभव प्रयास का वादा भी किया है. लेकिन सरकारी तंत्र के आला अधिकारो के लाखा मेहनत के वबाजूद भी जमीनी स्तर पर कई लोगों को अभी भी राशन के लिए दिक्कतो समाना करना पड़ रहा है ।
सूबे उत्तराखंड के औद्योगिक हब बन चुके उधम सिंह नगर में कामगारों व किराए पर रहे रहे मजदूरो को इस वक़्त सबसे बड़ी समस्या भूख यानी खाने की कमी की है. दैनिक मजूदरों के पास दो-तीन दिनों से ज़्यादा राशन का पैसा हाथ में नहीं होता एसे मे राज्य मे लगे लॉकडाउन से उनके सामने समस्या खाड़ी हो गई है और ये लोगो अब खाना ढूंढने के लिए ईधर से उधर भटक रहे हैं।
ताजा मामला उधम सिंह नगर के औद्योगिक क्षेत्र से सटे शिमला बहादुर व ट्रांज़िट कैंप का है जहां नगर निगम प्रशासन की ओर से धीमी गति से बाटे जा रहे राशन की वजह से क्षेत्र मैं रहने वाले किरायेदारों को राशन नही पहुंच पा रहा है , क्षेत्र के लोगो का आरोप है कि लाकडाउन मे जरूरतमंद लोगों तक राशन पहुंचाने की मुहिम प्रशासन की सुस्ती के कारण धीमी पड़ गई है। ऐसे में पीड़ित लोग मे राशन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है ।
महानगर रुद्रपुर के वार्ड नंबर 1 शिमला बहादुर के पार्षद व किरायेदारों ने प्रशासन के ऊपर अनदेखी का आरोप लगाते हुए राशन ना देने की बात कही । इतना ही नही राशन ना मिलने से लोगों में नगर निगम प्रशासन के प्रति काफी रोष भी दिखाई दे रहा है । तो वही पूर्व प्रधान व वर्तमान पार्षद सुरेश गौरी ने प्रशासन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जरूरतमंदों को राशन देने की मुहिम में सिर्फ लोगों को वादे और टालामटोली हो रही है जिससे लोग परेशान हैं वार्ड में रहने वाले सैकड़ों लोग रोजना मेरे पास आकर राशन की मांग को लेकर आते है पर प्रशासन की ओर से राशन ना मिलने से मैं भी लोगों की मदद करने में असमर्थ रहता हूं । प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है।
इतना ही नही भाजपा सरकार पर तंज़ कसते हुये पार्षद ने भाजपा के पूर्व कोषाध्यक्ष द्वारा राशन घोटाले की बात कहते हुए कहा की भाजपा कोषाध्यक्ष के राशन घोटाले की करनी से राशन बांटने की गति में धीमी आई है । देश में कोरोना से जंग में पूर्व भाजपा पदाधिकारी ने प्रशासन को कम दाम में राशन सामग्री देने के नाम पर घपला किया है। जिसका खामियाजा आज गरीब और जरूरतमंद लोगों को हो रहा है ।