नैनीताल: माइल्ड या बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज अब सुशीला तिवारी अस्पताल में नही होंगे भर्ती

नैनीताल जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमितो को लेकर अहम कदम उठाते हुए निर्णय लिया है कि दूसरे जिलों के कम लक्षण या बिना लक्षण वाले कोरोना के मरीजो को अब सुशीला तिवारी अस्पताल में नही रखा जाएगा। ये निर्णय जिलाधिकारी संविन बंसल द्वारा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखकर लिया गया है। डीएम ने स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊँ डॉ शैलजा भट्ट को इस निर्णय का अनुपालन करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि सुशीला तिवारी अस्पताल में कोविड 19 के मरीजो की संख्या लगातार बढ़ रही है,जबकि कोविड 19 वार्ड में अभी 350 बेड तैयार है कोरोना के बढ़ते मामलों की गंभीरता के मद्देनजर डीएम ने शुक्रवार को कैम्प कार्यालय में सुशीला तिवारी अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की जिसमे उन्होंने कहा कि दूसरे जिलों से आने वाले माइल्ड और बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती नही किये जायेंगे,सुशीला तिवारी अस्पताल का आईसीयू मैनेजमेंट और चिकित्सकों के रोस्टर का परीक्षण करने की ज़िम्मेदारी स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊं और सीएमओ नैनीताल को दी गयी है।
इसके अलावा जिलाधिकारी संविन बंसल ने प्राइवेट अस्पतालों को भी कहा है कि चाहे तो वो अपने अस्पतालों को कोविड अस्पताल बना सकते है जैसा कि सरकार द्वारा अब एनएबीएच और नॉन एनएबीएच वाले निजी अस्पतालों में कोविड के उपचार की अनुमति दे दी गयी है ।निजी अस्पताल चाहे तो पूरा ही कोविड अस्पताल में बदल सकते है या पूरा न भी बदले तो सभी सुरक्षा मानकों के अनुसार कोविड मरीजो का इलाज कर सकते हैं और इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कोविड मरीजो के लिए आने जाने का रास्ता अलग हो।