नैनीताल:दलाईलामा का 85वॉ जन्मदिन मना सादगी से धार्मिक गुरु के जन्मदिन पर चीन की उड़ रही होंगी नींद

नैनीताल में तिब्बती समुदाय के लोगो ने आज सुख निवास स्थित बौद्ध मठ में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए तिब्बती धार्मिक गुरु दलाईलामा का 85वॉ जन्मदिन इस बार सादगी से मनाया। कोरोना के दौर में संक्रमण से बचने के लिए समुदाय ने यह फैसला लिया। तिब्बती समुदाय के लोगो ने बौद्ध मठ सुख निवास में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दलाईलामा की लंबी उम्र के लिए विशेष पूजा अर्चना करने के साथ ही देश और दुनिया को कोरोना के खात्मे के लिए भी प्रार्थना करते हुए गलवान घाटी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
गौरतलब है कि चीन हमेशा ही दलाई लामा का विरोध करता रहा है। चीन को अब एक बार फिर यह चिंता होगी कि कहीं दलाई लामा अपने जन्मदिन पर तिब्बत और इसकी आजादी को लेकर कोई नसीहत न दे दें। तिब्बत में अक्सर चीन से आजादी की मांग उठती रही है और चीन उसे हमेशा ही अपने बर्बर ढंग से दबाता रहा है।इस बार दलाई लामा के जन्मदिन पर एक खास ऑनलाइन स्क्रीनिंग की योजना बनाई गई है। दलाई लामा ने अमेरिका के भौतिक विज्ञानी डेविड बोह्मा को लेकर एक खास ऑनलाइन स्क्रीनिंग रखी है। दलाई लामा बोह्मा को अपना साइंस गुरु भी मानते हैं।
उन्होंने खास स्क्रीनिंग की जानकारी करीब एक सप्ताह पहले ही टि्वटर के माध्यम से दे दी थी। चीन आज भी दलाई लामा का विरोध करने की अपनी कोई न कोई चाल जरूर चलेगा। दलाई लामा की पहचान दुनिया में भले एक शांतिदूत और मानवता का संदेश देने वाले धर्म गुरु के रूप में हो। लेकिन पूर्व में चीन उन्हें आतंकी करार दे चुका है और उसने तिब्बत के बुद्धिज्म को बर्बाद करने के प्रयास का आरोप भी लगा चुका है।भारत समेत दुनिया भर में दलाई लामा का एक खास सम्मान है। तिब्बत पर चीन के कब्जे के बावजूद भारत के तिब्बत साथ एक विशेष संबंध रहे हैं। भारत ने तिब्बत के निर्वासित लोगों को शरण दी है और हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में निर्वासित तिब्बतियों के संसद भी चलती है, जिस पर चीन को हमेशा कड़ा ऐतराज रहा है।