निर्भया हत्याकांड के आरोपियों को होगी सात दिन के अंदर फांसी।

16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में चलती बस में हुए गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ पीड़िता की माँ के द्वारा फांसी दिलवाने की याचिका को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है,याचिका स्वीकार करते हुए कोर्ट ने मामला अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश अरोड़ा के पास भेज दिया है।

आपको बता दे कि निर्भया हत्याकांड के आरोपियों को फांसी देने की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए निर्भया के परिवार वालों ने 16 नवंबर को पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी,मामले की सुनवाई कर रहे दोनों न्यायाधीशों का ट्रांसफर हो चुका है,वहीं याचिका को जिला न्यायाधीश ने स्वीकार कर मामले की सुनवाई आज यानी 25 नवंबर नियत की थी।

तिहाड़ जेल प्रशासन ने 31 अक्टूबर को मामले के आरोपियों को एक नोटिस दिया था जिसके अनुसार अगर आरोपियों ने दया याचिका दायर नही की तो सात दिनों के अंदर आरोपियों को फांसी की सजा दे दी जायेगी ।

2012 को 16 दिसंबर की रात दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया(बदला हुआ नाम) के साथ दुष्कर्म किया गया था ,दुष्कर्म इतना ज़्यादा दिल दहला देने वाला था कि पूरे देशभर में निर्भया हत्याकांड को लेकर आक्रोश पैदा हो गया था,जिसके बाद सरकार को दुष्कर्म संबंधी कानून में सख्ती लानी पड़ी थी।कुल मिलाकर छः आरोपी थे जिन्होंने निर्भया के साथ दुष्कर्म किया था उनमें से एक नाबालिग था जिसे बाल सुधारगृह भेज दिया गया था,और एक दोषी ने जेल में ही आत्महत्या भी कर ली थी।