खटीमा के बरी अंजनिया गाँव में देरी के चलते 104 एम्बुलेस में लिया बच्ची ने जन्म

सीमांत नगर खटीमा के बरी अंजनिया गाँव में स्वास्थ विभाग द्धारा संचालित 108 एम्बुलेंस सेवा की लापरवाही का गवाह बनी वो नन्ही मासूम जिसे एम्बुलेंस आने में देरी के चलते अस्पताल की जगह मौके पर पहुची खुशियों की सवारी कहे जाने वाली 104 एम्बुलेस में जन्म लेना पड़ा |\\r\\n खटीमा के ग्राम बरी अंजनिया निवासी राधा देवी को जब प्रसव पीड़ा हुई तो मौके पर मौजूद गाँव की आशा कार्यकर्ती ने 108 एम्बुलेंस को फ़ोन कर मदद मांगी परन्तु 108 सेवा की तरफ से 1 घंटा इंतजार करने को कहे जाने पर आशा कार्यकर्ती ने समझदारी दिखाते हुए 104 खुशियों की सवारी कहे जाने वाली एम्बुलेंस को बुलाया, परन्तु पहले 108 के इंतिजार में हुई देरी के चलते जब तक 104 एम्बुलेंस पीडिता के घर पहुची तब तक काफी देर हो चुकी थी जिसके चलते प्रसव पीडिता को मौके पर पहुची 104 एंबुलेंस में आशा कार्यकर्ती की सहायता से बच्ची को जन्म देना पड़ा जिसे बाद में अस्पताल पहुचाया गया | एम्बुलेंस में हुए बच्ची के जन्म के बारे में और इस घटना के पीछे हुई लापरवाही के बारे में जब मीडिया ने खटीमा स्वास्थ केन्द्र की मुख्य चिकित्सक डॉ सुनीता रतूड़ी से बात की तो बच्ची के एम्बुलेंस में जन्म लेने की बात तो आपने मानी पर इस घटना में किसी भी लापरवाही की बात को उन्होंने सिरे से ख़ारिज कर दिया |