कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही एक बार फिर आयी सामने

काल बन चुका कोरोना वायरस पूरे विश्व में कहर बरपा रहा है। हमारे देश में और प्रदेश में भी कोरोना के आतंक से लोग परेशान और चिंतित हैं लाख प्रयासों के बावजूद भी उत्तराखंड प्रदेश से कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। यही कारण है कि रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है।
उत्तराखंड प्रदेश की सरकार कोरोना वायरस के कहर से प्रदेशवासियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार का प्रशासनिक अमला भी दिन रात कोरोना काल में अपनों को भुला कर सेवाएं दे रहे हैं। प्रशासन के आला अधिकारी अपने-अपने जिले को कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। लेकिन बावजूद इसके जनपद ऊधम सिंह नगर में जिम्मेदार स्वास्थ्य महकमा लगातार कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बावजूद लापरवाह नजर आ रहा है। रोजाना स्वास्थ्य महकमा कोरोना वायरस को लेकर कुछ ना कुछ गलती करता नजर आ रहा है।
ताजा जानकारी और तस्वीरों को देखकर तो कुछ ऐसा ही लग रहा है। तस्वीरें जनपद ऊधम सिंह नगर के महानगर रुद्रपुर ट्रांजिट कैंप की है। जहां बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखकर प्रशासन के आदेश पर स्वास्थ्य महकमे ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रैपिड टेस्ट मुहिम छेड़ते हुए लोगों के कोरोंना टेस्ट किए थे। इस दौरान लगभग 120 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए थे।
वही स्वास्थ्य महकमे की ओर से इस दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्वास्थ्य महकमे द्वारा टेस्ट में प्रयोग को गयी चिकित्सा सामग्री टेस्ट करने के बाद ट्रांजिट कैंप अभियान क्षेत्र में ही खुले में छोड़ दिया दिया था। आवाज उत्तराखंड ने जब इस सन्दर्भ में संबंधित अधिकारीयों से जानकारी मांगी तो स्वास्थ्य महकमा जागा और आनन-फानन में संबंधित क्षेत्र के एसपीओ द्वारा चिकित्सा सामग्री को आग के हवाले करते हुए नष्ट किया गया।
एक तरफ जहां अभियान में कई कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं तो वही टेस्ट के दौरान प्रयोग में लायी गयी सामग्री को लापरवाही करते हुए खुले में ही छोड़ दिया गया, जिससे क्षेत्र में संक्रमण का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है।