उधम सिंह नगर को ग्रीन जोन में शामिल करना कहीं चुनौती न बन जाये ?

भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रदेश के ग्रीन जोन घोषित 10 जिलों में ऊधम सिंह नगर को भी शुमार किया है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि लगातार 2 दिनों में कोरोना महामारी के 3 मामले एक के बाद एक सामने आने के बाद जिला ऊधम सिंह नगर को कैसे ऑरेंज से ग्रीन जोन में शामिल किया जा सकता है ?  ऐसे में ऊधम सिंह नगर को ग्रीन ज़ोन में रखना कोरोना संक्रमण को खुली चुनौती देना होगा । 

ऊधम सिंह नगर में अप्रैल में कोरोना पॉजिटिव के 4 केस सामने आए थे उसके बाद 26 दिनों तक जिले में कोई भी केस सामने नही आया।  इसके चलते जिले को ऑरेंज जोन में शामिल किया गया था । बुधवार को पहले बाजपुर और फिर जिला मुख्यालय पर कोरोना संक्रमण के 2 केस सामने आये ।  

पंजाब से आए एक ट्रक क्लीनर के कोरोना पजिटिव होने का पता चलने के बाद जहां जिले में हड़कंप मच गया था जिसके बाद क्लीनर को सुशीला तिवारी अस्पताल भेजने के साथ ही उसके परिवार में पत्नी सहित चार लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया इसके बाद ही पूरे मोहल्ले को सील करने के साथ ही क्लीनर के संपर्क में आए बाजपुर नानकमत्ता रुद्रपुर और रामनगर में पुलिसकर्मी सहित 62 लोगों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया ।

बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र और दिल्ली से आए दो युवक में कोरोनावायरस के मामले सामने आए । बीते 2 दिनों   में 3 केस मिलने से जिले के ग्रीन जोन में शामिल होने के आसार नजर नही आ रहे थे बल्कि 3 केस मिलने से जिले के रेड ज़ोन में शामिल होने की।संभावना ज्यादा थी , लेकिन भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी देश के 307 ग्रीन जोन जिले की सूची में ऊधम सिंह नगर का नाम भी शामिल किया गया ,अब  सवाल यह भी उठता है कि आखिर कैसे उधम सिंह नगर को ऑरेंज से ग्रीन जोन में शामिल किया गया ? एयर आने वाले समय में जिले में क्या प्रभाव पड़ता है ?