उत्तर प्रदेश अपडेट : सोने के बाद अब प्लैटिनम की हुई पुष्टि

राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन होते ही उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में सोना ही सोना खानों में मिल गया,...ऐसी खबरें हर जगह वाइरल हो रही है जिससे ये साबित किया जा रहा है कि सोना मिलने के पीछे राम मंदिर कि आस्था छिपी हुई है , जिओलोजिकल सर्वे द्वारा सभी तरह कि खबरों को नकारते हुए यह दावा किया गया है कि सोनभद्र में करोड़ो टन नहीं बल्कि केवल 160 किलो सोना ही उपलब्ध है लेकिन अन्य सूत्रों के अनुसार  बुंदेलखंड के ललितपुर में प्लेटिनम का भंडार होने की भी पुष्टि हो गयी है जिससे उत्तर प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ उठी है।

बुंदेलखंड में पलायन,गरीबी,बेरोजगारी और सूखे की समस्या बहुतायत रूप में है,और ललितपुर जिला विकास के मामले में भी काफी पीछे है जबकि यहां प्राकृतिक संपदा का अटूट भंडार धरती की गोद मे समाए हुए है।ऐसी ही कुछ छिपी हुई खनिज संपदा अब धीरे धीरे बाहर आ रही है।पहले सोनभद्र में सोने के खान मिलने से खुशी की लहर दौड़ उठी और अब ललितपुर के पहाड़ो में प्लेटिनम मिलने की पुष्टि से शायद अब बुंदेलखंड के दिन भी बहुर जाएंगे।



गौरतलब है कि प्लेटिनम के भंडार की पुष्टि होने से पूर्व जिले को पांच खंडों में बांटकर सर्वे किया गया था। पहाड़ों के बीच बड़ी मात्रा में प्लेटिनम के संकेत मिले। निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म रौशन जैकब ने बताया कि सर्वे टीम की जानकारी के बाद इसे पुष्ट करने के लिए उच्च श्रेणी का जी थ्री सर्वे  कराया गया। प्लेटिनम निकालने के लिए खनन शुरू करने से पूर्व भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) से भी यहां का सर्वे कराया जाएगा। इसके लिए जीएसआई को पत्र भेजा गया है।अब देश और विदेश की निगाहें ललितपुर पर टिक गई हैं,क्योंकि प्लेटिनम भी एक बहुमूल्य धातु है।जीएसआई द्वारा मड़ावरा विकास खंड के आधा दर्जन गांवों के भू भाग के कुछ स्थानों को चिन्हित कर खनिजों की उपलब्धता को तलाशा गया जिसके बाद ललितपुर में प्लेटिनम होने की पुष्टि सर्वे टीम ने की है।ये सर्वे जी थ्री के ज़रिए की गई है,विभाग के अनुसार ललितपुर के रॉक फॉस्फेट के खनन के लिए उन्होंने वन विभाग से अनुमति मांगी है।ललितपुर में प्लेटिनम के अलावा भूगर्भ में सोना होने के संकेत भी मिले हैं,जिसके लिए कुछ स्थानों को चिन्हित कर तलाशे गए खनिजों को जांच के लिए आगरा, दिल्ली,हैदराबाद, की प्रयोगशालाओं में भेज दिया गया था,प्रयोग के दौरान ही प्लेटिनम के साथ सोने की उपलब्धता की भी जानकारी पाई गई है।

वहीं, कनाडा की खनिज सर्वेक्षण एजेंसी समेत अन्य एजेंसियों ने भी यहां जांच कर सोने की उपलब्धता का दावा किया था। भू-सर्वेक्षण टीम ने मात्र जमीन तल से एक मीटर गहराई पर ही सोने की उपलब्धता जताई थी। यह उपलब्धता 25 किलोमीटर लम्बाई और 2.5 किलोमीटर चौड़ाई में होने की बात कही गयी थी। इस दावे के बाद सोनभद्र में सोने की खदान मिलने के बाद अब ललितपुर में भी आस बंधी है कि यहां भी सोने की खोज पूरी होगी जिससे इस अंचल के दिन बहुर सकते हैं।

ललितपुर में खनिज संपदा का अकूट भंडार है। इसकी पुष्टि 20 वर्ष पहले हो चुकी थी। बुंदेलखंड क्षेत्र से सैंपलिंग के नाम पर बहुत सी खनिज संपदा बाहर के मुल्कों में जा चुकी है। अगर यहाँ प्लेटिनम के साथ साथ सोने की उपलब्धता भी पाई जाती है तो निश्चित ही बुंदेलखंड की पलायन बेरोजगारी,गरीबी,और सूखा जैसी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।