आर्थिक पैकेज-TDS और TCS दरों में की जाएगी 25% की कटौती,MSME को बिना गारंटी लोन की सुविधा।

आज शाम 4 बजे वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज को किस तरह बांटा जाएगा इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरूआत पीएम मोदी के आत्मनिर्भर विजन से की,वित्तमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कोरोना संकट के चुनौती भरे दौर को अवसर के रूप में देखते हैं,संकट के समय अवसर देखने के कारण ही आज मुश्किल के इस दौर में भारत दुनिया के मुकाबले में ज़्यादा बेहतर तरीके से काम कर रहा है।

वित्तमंत्री ने आगे आर्थिक पैकेज को लेकर कहा कि आरबीआई बाजार में पैसा लाएगा जिससे लिक्विडिटी को फायदा मिलेगा,

ज्यादा निवेश वाली कंपनियों को एमएसएमई के दायरे में ही रखा जाएगा,पहले सिर्फ निवेश के आधार पर तय किया जाता था। अब टर्नओवर के आधार पर भी एमएसएमई की परिभाषा तय की जाएगी। माइक्रो यूनिट में 25 हजार का निवेश तक माना जाता था अब एक करोड़ के निवेश करने वाली कंपनियां माइक्रो यूनिट होंगी,अब ये निवेश 1 करोड़ तक हो सकता है, और टर्नओवर 5 करोड़ तक हो सकता है लेकिन तब भी आप माइक्रो यूनिट के अंदर ही आएंगे। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो एनपीए हैं और जो लॉकडाउन के चलते परेशानी में हैं उन्हें इस कदम से फायदा होगा।  45 लाख एमएसएमई को राहत, एक साल तक कर चुकाने से मुक्ति मिलेगी, एमएसएमई जो सक्षम हैं, लेकिन कोरोना की वजह से परेशान हैं, उन्हें कारोबार विस्तार के लिए 10,000 करोड़ रुपये के फंड्स ऑफ फंड के माध्यम से सहयोग दिया जाएगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा 15 विभिन्न कदमों का जिक्र होगा जिसमें 6 एमएसएमई के लिए कदम उठाएंगे दो कदम एमएसएमई के फाइनेंस से जुड़ा है और 2 पीएफ से जुड़े हैं। एमएसएमई को 3 लाख करोड़ का कर्ज बिना किसी गारंटी का मिलेगा। सूक्ष्म, लघु, मध्यम व कुटीर उद्योग के लिए 20 हजार करोड़ का प्रावधान। वहीं 50000 करोड़ का फंड एमएसएमई में डाला जाएगा। 

बजट के फौरन बाद कोरोना आ गया। बजट सेशन के बाद हमने गरीब कल्याण योजना के तहत 41 करोड़ खातों में पैसा पहुंचा था। जिनके पास राशन कार्ड नहीं था उन्हें भी राशन दिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा मोदी सरकार लोगों से बातचीत और संवेदनशीलता में भरोसा रखती है और बजट के बाद तुरंत कोरोना का प्रकोप आ गया। 


वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम ने सबसे पहला कदम देश के गरीबों को लेकर उठाया। एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम ने सबसे पहला कदम देश के गरीबों को लेकर उठाया। एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। आत्मनिर्भर भारत बनाने का उसने देश के लोगों में नई ऊर्जा भर दी है। लोग संकट में अवसर देख रहे हैं।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रेस कॉन्फ्रेंस में 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का लेखाजोखा दे रही हैं। उन्होंने कहा कि कई मंत्रालयों की लंबी चर्चा के बाद पैकेज पर फैसला हुआ है। इस पैकेज के सहारे देश को आत्म निर्भर बनाना है, इसलिए इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान कहा जा रहा है, हम जो भी योजनाओं का ऐलान करेंगे वो सीधे लोगों तक पहुंचेगे, गरीबों के खाते में सीधे पैसा पहुंच रहा है।रियल स्टेट से जुड़े लोगों को भी राहत दी जाएगी बिल्डरों को अधुरे कामो को पूरा करने लिए समय दिया जाएगा।

2021 मार्च तक टीडीएस और टीसीएस दरों में 25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी।विवाद से विश्वास स्कीम को भी 31 दिसंबर तक बढाया जाएगा ।