अब बड़ें अस्पतालों की बड़ी मुश्किलें

स्वास्थ्य विभाग ने छोटे अस्पतालों के साथ साथ अब बड़ें अस्पतालों पर भी शिकंजा कसना शुरु कर दिया है । राजधानी देहरादून में सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में सिनर्जी अस्पताल में 5 घंटे निरीक्षण किया गया । इस दौरान सभी दस्तावेज दुरुस्त पाए गए। अब शहर के अन्य बड़ें अस्पतालों में भी औचक निरीक्षण किया जाएगा । ज्यादातर बड़े अस्पतालों ने क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकरण कराने के लिए वक्त मांगा था , जिनकी छूट सीमा अब पूरी हो चुकी है। उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद स्वास्थ्य विभाग क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई कर रहा है। इसके तहत पिछले साल कुछ अस्पतालों को अस्थाई पंजाकरण जारी किया गया था । इनमें ज्यादातर बड़ें और ब्रांडेड अस्पताल शामिल थे। सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके सिंह ने बताया कि सिनर्जी अस्पताल को पिछले साल अस्थाई पंजीकरण संख्या जारी की गयी थी । इसके लिए एक साल तक इसी पंजीकरण संख्या के आधार पर अस्पताल का संचालन करना होता है । अब चूंकि यह अवधि समाप्त हो गयी है । तो स्थायी पंजीकरण के लिए अस्पताल की जांच की जानी थी । इसके साथ ही उन्होनें बताया कि सिनर्जी अस्पताल के साथ ही कुछ और बड़े अस्पताल भी हैं । जिनकी अस्थाई पंजीकरण की समयावधि पूरी हो चुकी है । अब इस अस्पतालों के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा ।