अजीबोगरीब कानून:दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश में 100 सालों तक बदसूरती की सजा मौत थी

रंगभेद जातिवाद ये सब तो आपने सुना ही होगा लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि किसी का बदसूरत होना एक क्राईम हो?खूबसूरत और बदसूरत होना किसी के भी अपने हाथ में नही होता और जो जैसा दिखता है उसे वैसे ही रहने का पूरा हक भी होता है।आज हम आपको इतिहास के झरोंखे से वो बताने जा रहे हैं जो जानकर आप ताज्जूब करोगे।आज विकसित देशो मे गिना जाने वाला और सबसे ज्यादा शक्तिशाली देश सयुंक्त राज्य अमेरिका में करीब 100 सालो तक किसी के बदसूरत होने पर सजा दी जाया करती थी।

सुनने मे अजीब लग रहा है ना? पर ये अमेरिका के इतिहास का काला सच है 

1870 से लेकर 1970 तक अमेरिका मे ये अजीबो गरीब कानून हुआ करता था जब किसी का अच्छा न दिखना या बदसूरत होना एक श्राप से कम नही हुआ करता था इसके लिये अलग कानून बनाया गया था जिसे "अगली लाॅ " कहा जाता था। आप चाहें तो इस बात कि पुष्टी गूगल सर्च करके भी कर सकते हैं ।यू.एस मे ugly law उन लोगों पर लागू होता था जो गरीब दिखते थे या जिनके हाथ पैर नही होते थे या जो काले और भद्दे से दिखाई थे साथ ही जिन लोगों के दांत भी ठीक नही होते थे वो भी ugly law के तहत सजा के पात्र होते थे। ये लाॅ इसलिये बनाया गया था क्योकि U.S में ये माना जाता था कि बदसूरत लोग समाज को प्रभावित करते है रोज की दिनचर्या मे बाधा इन लोगो की वजह से आती है इसलिये जो लोग ugly law के तहत बदसूरत हुआ करते थे उन्हे सार्वजनिक जगहों पर जाने की परमिशन नही थी।

और अगर ऐसा कोई इन्सान सड़क पर चलता हुआ दिखाई दे जाये तो उस को वहां से भगा दिया जाता था या फिर कैद कर लिया जाता था साथ में 50 डाॅलर का जुर्माना अलग लगाया जाता था।

सबसे अजीब बात तो ये थी की ugly law में वो दिव्यांग भी शामिल हुआ करते थे जो1870 के सिविल वाॅर का कभी हिस्सा हुआ करते थे युद्ध मे अपने हाथ पैर कटवा चुके योद्धा भी इस बेतूके से कानून की गिरफ्त में आते थे ताज्जूब इस बात का है कि वो वाॅर उस वक्त अमेरिका के कई राज्यों में अश्वेत लोगों की आजादी खत्म करने के लिये हुई थी उस जंग मे जो लोग शारीरिक रूप से विकलांग हो गये थे उन्हे बाद में इस कानून के चलते नाइन्साफी का सामना करना पड़ा था।

हांलाकि ये कानून 1870 से पहले कैलिफोर्निया में लागू किया था बाद मे पूरे अमेरिका मे ही लागू कर दिया गया था।

सबसे पहले इस कानून को खत्म शिकागो मे किया गया क्योकि किसी शारीरिक रूप से उसके गुणों की कोई तुलना नही होती इसलिये 100 साल बाद ही सही लेकिन 1973 के बाद ये dirty"ugly law" पूरी तरह बंद कर दिया गया।

हर देश का अपना इतिहास रहा है और ऐसे ही बेतूके पागलपन वाले इतिहास का हिस्सा शायद हर देश रहा होगा।अपने गुणों को विकसित कीजिये खूबसरती का क्या है एक दिन तो ढल ही जानी है।

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