ये कैसा अंधविश्वासः माता रानी के धाम में भक्त ने रेता खुद का गला! नौ दिन तक सिद्दत से की उपासना, अष्टमी-नवमी पूजन के दौरान अपने ही हाथों से काट ली गर्दन

What kind of superstition is this: A devotee slit his own throat in Mata Rani's abode! Worshiped with devotion for nine days, cut his neck with his own hands during Ashtami-Navami puja.

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, यहां पन्ना जिले में एक शख्स ने माता रानी के मंदिर में खुद का गला काटकर बलि देने की कोशिश की। एकाएक घटी घटना के बाद मंदिर परिसर में खून ही खून फैल गया। आनन-फानन में लोग उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जानकारी के मुताबिक भखुरी निवासी राजकुमार यादव ने नौ दिन तक सिद्दत से मां की उपासना की और शुक्रवार 11 अक्टूबर को उसने हसिए से अपना गला रेत लिया। जिससे पूरे मंदिर में खून फैल गया।    
दरअसल पन्ना के भखुरी गांव में विजयासन देवी का धाम है। जहां नवरात्रि में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते हैं। शुक्रवार को जिस समय घटना हुई, उस समय भी काफी श्रद्धालु थे। धरमपुर थाना पुलिस के मुताबिक जख्मी युवक को अजयगढ़ की सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। फिलहाल युवक की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। ग्रामीणों के मुताबिक विजयासन देवी का यह धाम काफी प्राचीन है। इसका निर्माण चंदेल राजाओं के समय में हुआ था। आसपास के ग्रामीण देवी मां के प्रति अटूट आस्था रखते हैं। पहले भी कई बार भक्तों ने उन्हें अपनी जीभ अर्पित कर चुके हैं। मान्यता है कि उस समय जीभ अपने आप जुड़ भी गई थी। इसी चक्कर में युवक ने शुक्रवार को अपना सिर काटकर बलि चढ़ा दी।