शाबास हम्पीः चेस में भारत को मिला नया चैंपियन! कोनेरू हम्पी ने रचा इतिहास, जीती वर्ल्ड रैपिड चेस चैम्पियनशिप

नई दिल्ली। भारत की चेस स्टार कोनेरू हम्पी ने वर्ल्ड रैपिड चेस चैम्पियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में इंडोनेशिया की इरीन सुकंदर को हराकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम की। हम्पी के लिए यह दूसरा मौका है जब उन्होंने रैपिड चेस वर्ल्ड चैम्पियनशिप खिताब जीता है। इससे पहले उन्होंने 2019 में जॉर्जिया में यह खिताब जीता था। कोनेरू हंपी अब चीन की जू वेनजुन के साथ इस फॉर्मेट में दो बार खिताब जीतने वाली एकमात्र खिलाड़ी बन गई हैं। उनकी जीत चेस के फील्ड में भारत के लिए एक और गौरवपूर्ण क्षण है। हाल ही में डी. गुकेश ने क्लासिकल फॉर्मेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर देश का नाम रोशन किया था। 37 वर्षीय कोनेरू हंपी ने 11 राउंड में कुल 8.5 अंक हासिल कर खिताब जीता. रैपिड चेस में उनका करियर शानदार रहा है। उन्होंने 2012 में मॉस्को में कांस्य पदक और 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में रजत पदक जीता। उनकी निरंतरता और बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया के बेस्ट चेस खिलाड़ियों में से एक बना दिया है। कोनेरू हम्पी की इस सफलता ने न केवल उनके करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि भारत में चेस को भी नई ऊर्जा और प्रेरणा दी है। उनकी जीत भारत के उभरते चेस खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हम्पी को बधाई दी।