Awaaz24x7-government

वाह मोदी जी वाह!820 करोड़ की लागत में बना रहे हैं मात्र 3.75 किमी लंबा रोपवे!मंगलयान मिशन की लागत को भी दे दी मात!

Wah, Modi ji wah! A mere 3.75 km ropeway is being built at a cost of 820 crore rupees! That's even surpassing the cost of the Mangalyaan mission!

बनारस शहर को पीएम नरेंद्र मोदी के पसंदीदा शहरों में गिना जाता है। यहां पीएम नरेंद्र मोदी की कृपा से मात्र 3.75 किमी लंबा अर्बन रोपवे 820  करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है। इस प्रोजेक्ट को पर्वतमाला योजना के तहत पीएम नरेंद्र मोदी ने मंजूरी दी थी,इसका उद्घाटन किया था और अब ये रोपवे अगले दस बारह दिनों में खोल दिया जाएगा।

आपको अगर याद हो तो आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्‍पेस सेंटर में पीएसएलवी सी-23 रॉकेट की लॉन्‍च पर पीएम नरेंद्र मोदी ने 11 साल पहले फिल्म ग्रैविटी का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत के मंगल मिशन का खर्च इस फिल्‍म को बनाने में आई लागत से भी कम है, जो कि काबिले तारीफ है,फिल्म के निर्माण में कुल लागत 600 करोड़ रुपए (100 मिलियन डॉलर) आई थी, जबकि मंगल अभियान का खर्च तकरीबन 450 करोड़ रुपए (72.9 मिलियन डॉलर) था। 


यही पीएम नरेंद्र मोदी की कृपा से मात्र 3.75 किमी लंबा रोपवे बनारस में बनकर लगभग तैयार हो चुका है जिसे संभवतः 15 अक्तूबर से पहले नागरिकों के लिए खोल दिया जाएगा। कुछ दिन पहले इसका ट्रायल रन शुरू हो गया है, जो करीब तीन महीने तक चलेगा। यह प्रोजेक्ट लगभग 807 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है।इतनी लागत तो  मंगलयान मिशन की भी नहीं थी जबकि मंगल ग्रह पृथ्वी से औसतन 14 करोड़ मील दूर है।

मिली जानकारी के मुताबिक यह रोपवे सीधे कैंट रेलवे स्टेशन को गोडौलिया चौक से जोड़ेगा।अभी कैंट से गोडौलिया पहुंचने में 45 से 50 मिनट लग जाते हैं, अमूमन इतनी दूरी लोग पैदल चलकर भी पूरी कर लेते हैं। पार्क में इससे भी ज्यादा किमी लोग वॉक करते हैं।

 


लोगों ने सोशल मीडिया पर इस रोपवे के बनने पर सरकार को घेरा है और तमाम तरह के कमेंट किए हैं। गाड़ी से जाने वालों को ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है तो इसके लिए फ्लाईओवर बनाया जा सकता था जिसकी लगत रोपवे से कम ही आती। कुछ इस प्रोजेक्ट को खुलेआम लूट कह रहे हैं।