उत्तराखण्ड टनल हादसाः मजदूरों से सिर्फ 6 मीटर दूर जिंदगी! ऑगर मशीन ने फिर शुरू की ड्रिलिंग, बाहर आते ही होगा मेडिकल चेकअप
देहरादून। उत्तरकाशी की टनल में खुदाई कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन फिर से शुरू हो गई है। एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि उम्मीद है कि अगर कोई बाधा नहीं मिली, तो आज रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है। दरअसल रेस्क्यू में जुटी टीमों को सुबह ही कामयाबी मिल सकती थी, लेकिन अमेरिकी ऑगर मशीन में खराबी आ गई थी। इसे ठीक करने के लिए दिल्ली से हेलिकॉप्टर के जरिए 7 एक्सपर्ट बुलाए गए थे। सिल्कयारा में सुरंग ढहने वाले मजदूरों के बाहर आने के बाद की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। खबरों की मानें तो अंदर फंसे मजदूरों के बाहर आते ही सबसे पहले मेडिकल चेकअप किया जाएगा। उसके बाद बाकी की प्रोसेस की जाएगी। यहां टनल में 12 नवंबर से मजदूर फंसे हुए हैं। बचावकर्मियों ने मलबे के बीच 45 मीटर तक चौड़े पाइप सफलतापूर्वक डाल दिए हैं। अब सिर्फ कुछ मीटर की दूरी तय करना बाकी है। उसके बाद मजदूरों तक बचाव कर्मी पहुंच जाएंगे और उन्हें पाइप के जरिए बाहर लेकर आएंगे। मजदूरों तक पहुंचने के लिए बचावकर्मियों को कुल मिलाकर करीब 57 मीटर तक ड्रिलिंग करनी पड़ी। मलबे में 39 मीटर तक स्टील पाइप डाले गए हैं।