उत्तराखंड हाईकोर्ट समाचार:जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज के रजिस्ट्रार नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका खारिज!याचिकाकर्ता पर लगा 5 लाख का जुर्माना
उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने टिहरी गढ़वाल के घुड़दौड़ी स्थित गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के रजिस्ट्रार की नियुक्ति को लेकर दायर एक याचिका पर सुनवाई की। इस मामले में मुख्य न्यायाधीश जी. नरेंद्र और न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय की खंडपीठ ने याचिका को सुनवाई के बाद अंतिम रूप से निस्तारित कर दिया।
मामला टिहरी निवासी अजय किशोर बहुगुणा द्वारा दायर याचिका से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने संस्थान के रजिस्ट्रार संदीप कुमार की नियुक्ति को अवैध बताते हुए चुनौती दी थी। याचिकाकर्ता का दावा था कि संदीप कुमार के पास इस पद के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता और प्रशासनिक अनुभव नहीं है। उनके अनुसार, रजिस्ट्रार के पद के लिए कम से कम पांच वर्ष का प्रशासनिक और शैक्षणिक अनुभव अनिवार्य है, जो संदीप कुमार के पास नहीं है। इसलिए, उन्हें इस पद से हटाया जाए।
वहीं, संस्थान की ओर से अधिवक्ता ने तर्क दिया कि संदीप कुमार की नियुक्ति वर्ष 2019 में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा नियमों के अनुसार की गई थी। छह वर्ष बीत जाने के बाद अब उनकी नियुक्ति को चुनौती देना न्यायोचित नहीं है। उन्होंने याचिका को निरस्त करने की मांग की।
खंडपीठ ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद याचिका को आधारहीन पाया और याचिकाकर्ता अजय किशोर बहुगुणा पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने यह राशि छह सप्ताह के भीतर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण में जमा करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, याचिका को अंतिम रूप से निस्तारित कर दिया गया।

आपको बता दें कि गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, जिसे स्थानीय लोग जीबी पंत के नाम से जानते हैं, उत्तराखंड के घुड़दौड़ी में बसा एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान है। पहले इसे जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम से जाना जाता था, लेकिन समय के साथ इसका नाम और दायरा दोनों बढ़े। 1989 में स्थापित यह संस्थान उत्तराखंड सरकार के सहयोग से संचालित होता है और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत पहचान रखता है।

यहां विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीक और इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा दी जाती है। संस्थान बायोटेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग जैसे विविध विषयों में स्नातक डिग्री प्रदान करता है।
इसके अलावा, जो छात्र उच्च शिक्षा की ओर कदम बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए संस्थान कई क्षेत्रों में मास्टर डिग्री कोर्स भी उपलब्ध कराता है। इनमें कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, थर्मल इंजीनियरिंग, पावर सिस्टम, इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग, जियोटेक्नोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी जैसे विशेषज्ञता वाले एमटेक पाठ्यक्रम शामिल हैं,वर्ष 2013-14 से संस्थान ने डॉक्टरेट प्रोग्राम भी शुरू किया।