कुमाऊं यूनिवर्सिटी के कुलपति ने किया महाविद्यालयों का औचक निरीक्षण!लिंक में पढ़ें कहां मिली खामियां,और कौन नहीं दे सका कुलपति के सवालों के जवाब

The Vice Chancellor of Kumaon University conducted a surprise inspection of the colleges! Read in the link where the flaws were found, and who could not answer the Vice Chancellor's questions

कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत ने आज विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों राजकीय महाविद्यालय, रामगढ़, राजकीय महाविद्यालय, दोसापानी तथा महादेवी वर्मा पीठ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य शैक्षणिक अनुशासन, उपस्थिति व्यवस्था, प्रशासनिक कार्यप्रणाली तथा विश्वविद्यालय की नवीनतम डिजिटल शिक्षण पहल, ई-बुक्स एवं ऑनलाइन अध्ययन संसाधनों के क्रियान्वयन की समीक्षा करना था।

रामगढ़ एवं महादेवी वर्मा पीठ महाविद्यालयों में व्यवस्थाएं सामान्य रूप से संचालित पाई गईं, जबकि राजकीय महाविद्यालय, दोसापानी में कई खामियां देखने को मिलीं। निरीक्षण के समय महाविद्यालय के प्राचार्य अनुपस्थित पाए गए और शिक्षकों की उपस्थिति भी न्यूनतम स्तर पर थी। ई-बुक्स तथा डिजिटल संसाधनों के संदर्भ में कुलपति द्वारा पूछे गए प्रश्नों पर न तो पुस्तकालयाध्यक्ष और न ही उपस्थित शिक्षकों के पास कोई जानकारी थी, जो कि अत्यंत चिंताजनक स्थिति है,क्योंकि विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में ‘डिजिटल लर्निंग इनिशिएटिव’ के अंतर्गत ई-बुक्स एवं अन्य डिजिटल संसाधनों की सुविधा सभी संबद्ध महाविद्यालयों को प्रदान की गई है। इस संबंध में कुलपति प्रो. रावत स्वयं दो बार सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दे चुके हैं। ऐसे में प्राचार्य की अनुपस्थिति एवं शिक्षकों की जानकारी का अभाव विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रतिबद्धता के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। कुलपति प्रो. रावत ने विश्वविद्यालय के संबंधित अधिकारियों को इसका गंभीर संज्ञान लेने हेतु निर्देशित किया है।

उक्त स्थिति पर कुलपति प्रो. रावत ने गहरी चिंता व्यक्त की है और इसे विश्वविद्यालय की शिक्षण गुणवत्ता और छात्रों के हितों के प्रतिकूल बताया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को वस्तुस्थिति की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा आवश्यक सुधारात्मक सुझाव देने हेतु निर्देशित किया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थिति की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।

कुलपति प्रो. रावत ने यह भी कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं डिजिटल संसाधनों की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करना विश्वविद्यालय की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।  शिक्षा एवं संसाधनों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।