दहेज हत्या का सनसनीखेज मामला: पूर्व महिला डॉक्टर समेत पांच पर मुकदमा दर्ज

रुद्रपुर। उत्तराखंड के रुद्रपुर में दहेज हत्या का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। पुलिस ने रुद्रपुर जिला अस्पताल की पूर्व संविदा महिला डॉक्टर दिव्यांशी गोयल समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या, मारपीट और अवैध लिंग परीक्षण के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। मामला आवास विकास कॉलोनी निवासी बलराम अग्रवाल की बेटी ज्योति अग्रवाल मित्तल की मौत से जुड़ा है, जिसकी शादी अप्रैल 2023 में प्रतापपुर नानकमत्ता निवासी दिपांशु मित्तल से हुई थी।
मृतका के पिता बलराम अग्रवाल ने पुलिस को दी तहरीर में गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, शादी के समय उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था जिसमें 51 लाख रुपये नकद, एक इनोवा कार, सोने की चेन, अंगूठियां, 15 लाख रुपये के कपड़े और चार लाख रुपये का गृहस्थी का सामान शामिल था। बावजूद इसके, ससुराल पक्ष शादी के कुछ महीनों बाद से ही अधिक दहेज की मांग करने लगा। पिता ने बताया कि जब उनकी बेटी ने 26 दिसंबर 2023 को एक बेटी को जन्म दिया, तो ससुराल पक्ष बेहद नाराज हो गया। इसके बाद पति दिपांशु मित्तल, सास इंदु मित्तल, ससुर सुनील मित्तल, ननद डॉ. दिव्यांशी गोयल और जेठ हिमांशु मित्तल ने उस पर अत्याचार शुरू कर दिए। आरोप है कि ज्योति को एक करोड़ रुपये और फॉर्च्यूनर कार लाने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। वर्ष 2025 में जब ज्योति दोबारा गर्भवती हुई, तो ससुराल पक्ष ने कथित रूप से अवैध लिंग परीक्षण कराया। जब यह पता चला कि गर्भ में कन्या भ्रूण है, तो आरोपियों ने जबरन गर्भपात करवा दिया। बताया जा रहा है कि गर्भपात के दौरान डॉ. दिव्यांशी गोयल की देखरेख में गंभीर लापरवाही हुई, जिससे ज्योति की तबीयत लगातार बिगड़ने लगी। मृतका के पिता का कहना है कि चार जुलाई 2025 को ससुराल पक्ष ने उन्हें सूचना दी कि ज्योति का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और उसे नोएडा के नशा मुक्ति केंद्र ले जाया जा रहा है। जब वे वहां पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि ज्योति को नशे की नहीं, बल्कि गलत दवाओं की वजह से हालत खराब हुई है। इसके बाद उसे डे-केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एमआरआई रिपोर्ट में ब्रेन ब्लीडिंग पाई गई।
परिजनों का आरोप है कि स्थिति गंभीर होने पर ससुराल वाले उसे गुरुग्राम स्थित अस्पताल ले गए, लेकिन 11 जुलाई 2025 को बिना किसी डॉक्टर की सलाह के ज्योति को डिस्चार्ज कर घर ले गए और रास्ते में ही उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, इस पूरे मामले में डॉ. दिव्यांशी गोयल पहले रुद्रपुर जिला अस्पताल में संविदा के पद पर कार्यरत थीं, लेकिन बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। फिलहाल पुलिस ने पति दिपांशु मित्तल, सास इंदु मित्तल, ससुर सुनील मित्तल, ननद डॉ. दिव्यांशी गोयल और जेठ हिमांशु मित्तल के खिलाफ दहेज हत्या, अवैध गर्भपात और साजिश के तहत हत्या के गंभीर आरोपों में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना पुलिस ने बताया कि मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में की जा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वहीं, मृतका के पिता ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कहा कि “मेरी बेटी को सिर्फ इसलिए मारा गया क्योंकि उसने बेटियों को जन्म दिया। यह मामला दहेज प्रथा और भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों पर गहरी चोट करता है और इसने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बेटियों को जन्म देने वाली महिलाएं कब तक ऐसे अमानवीय अत्याचारों की शिकार बनती रहेंगी।