उत्तराखंड में देखने को मिला धार्मिक दोगलापन! आई लव मोहम्मद कहो तो कोई बात नहीं, लेकिन आई लव महादेव पोस्ट करो तो पिटाई?
सोशल मीडिया पर धार्मिक प्रेम व्यक्त करने का मतलब हिंसा का शिकार होना पड़ सकता है, ऐसा ही एक दर्दनाक वाकया उत्तराखंड के देहरादून में सामने आया है। जहां एक युवक को आई लव महादेव पोस्ट करने पर मुस्लिम युवकों द्वारा पीट दिया गया।

दअरसल बीते दिनों आई लव मोहम्मद का मामला कानपुर के रावतपुर से शुरू हुआ, बारावफात के जुलूस के दौरान मुस्लिम युवाओं ने आई लव मोहम्मद लिखे पोस्टर और बैनर लगाए, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया,जिसके बाद अब हिन्दू धर्म के युवाओं ने भी आई लव महादेव का ट्रेंड शुरू कर दिया और सोशल मीडिया पर आई लव महादेव पोस्ट करने लगे।

लेकिन उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक युवक द्वारा 'आई लव महादेव' पोस्ट करने पर कुछ लोगों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी, जबकि इसी तरह के अन्य संदेशों पर चुप्पी साध ली जाती है,इस घटना से गुस्साए हिंदू रक्षा दल के सदस्यों ने स्थानीय थाने पर धरना-प्रदर्शन किया और हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। हिंदू रक्षा दल से जुड़े एक युवक ने फेसबुक पर 'आई लव महादेव' पोस्ट अपलोड की, जो कुछ सदस्यों के एक खास समुदाय से जुड़े युवकों को असहज कर गई। उन्होंने युवक से पोस्ट हटाने की मांग की, लेकिन जब वह नहीं माना, तो मामला हिंसक रूप ले लिया। उस वक्त युवक देहरादून रोड पर एक ऑटोमोबाइल वर्कशॉप में अपनी ड्यूटी निभा रहा था। अचानक वहां पहुंचे उन युवकों ने उसे घेर लिया और लाठियों व मुक्कों से हमला बोल दिया। हमले में युवक के सिर पर गहरी चोटें आईं, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया। आसपास के ग्रामीणों ने फौरन उसे नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे घर लौटने की अनुमति दे दी।
पीड़ित युवक ने तुरंत स्थानीय थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस लापरवाही से आक्रोशित हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने बुधवार शाम को थाने के परिसर में पहुंचकर जोरदार विरोध जताया। नारों के उच्चारण के बीच उन्होंने आरोपी युवकों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की अपील की और चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी न हुईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन पुलिस ने किसी तरह शांति बनाए रखी।
पुलिस का कहना है कि हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। सारी तथ्य सामने आने के बाद उचित कार्रवाई निश्चित रूप से होगी। पीड़ित की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। यह घटना सोशल मीडिया पर धार्मिक संदेशों को लेकर बढ़ती असहिष्णुता की एक कड़ी याद दिलाती है, जहां एक धर्म को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन दूसरे धर्म की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने का भरोसा दिलाया है।