बाबासाहेब अंबेडकर को लेकर गरमाई सियासत! विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा, गृहमंत्री शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर सुनाई खरी-खरी
नई दिल्ली। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर सियासत गरमाई हुई है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं ने इसे बाबा साहब अंबेडकर का अपमान बताया। जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी बात रखी। गृहमंत्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने खुद को भारत रत्न दिया है। वह सच सामने आने पर भ्रम फैला रहे हैं। इस दौरान उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर गांधी परिवार तक पर निशाना साधा और इतिहास की कई घटनाएं बताकर कांग्रेस को अंबेडकर विरोधी साबित करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी चिर-परिचित पुरानी नीति पर आई है। कांग्रेस ने मेरा अधूरा बयान फैलाकर भ्रम फैलाने की कोशिश की है। अमित शाह ने कहा कि हम संसद के अंदर और संसद के बाहर क्या लीगल कदम उठाए जा सकते हैं, इसपर बीजेपी विचार करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह ने कहा कि संसद में जब चर्चा हो रही थी तो यह साबित हो गया कि कांग्रेस पार्टी ने कैसे बाबा साहेब अंबेडकर विरोध किया। निधन के बाद भी किस तरह कांग्रेस ने उनका मजाक उड़ाने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जहां तक बात भारत रत्न देने की है, कांग्रेस नेताओं ने कई बार खुद को भारत रत्न दिया है। साल 1955 में नेहरू ने खुद को भारत रत्न दिया। 1971 में इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दिया और साल 1990 में उस समय बाबा साहेब को भारत रत्न दिया गया, जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी और उस सरकार को भाजपा का समर्थन था। अंबेडकर के लिए नेहरू की घृणा जग जाहिर है। अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकारों ने कभी आंबेडकर स्मारक नहीं बनवाया, इसके उलट बीजेपी सरकारों ने उनसे जुड़े कई स्थलों का विकास किया और मोदी सरकार ने ‘संविधान दिवस’की घोषणा की।