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एनआईए की खास पहल:विदेशी धरती से सक्रिय आतंकियों-गैंगस्टरों पर नकेल कसने की तैयारी

NIA's special initiative: Preparations underway to crack down on terrorists and gangsters operating from foreign soil

नई दिल्ली। विदेशी धरती से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों और गैंगस्टरों के नेटवर्क पर लगाम कसने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक विशेष प्रभाग गठित करेगी। इसका मकसद विदेशों से संचालित नेटवर्क की निगरानी करना और उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाना होगा। एजेंसी के अनुसार, यह कदम अहम है क्योंकि कई शीर्ष आतंकवादी और गैंगस्टर कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों से अपनी गतिविधियां चला रहे हैं। 

एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रभाग स्थापित करने पर काम करना शुरू कर दिया गया है। विशेष रूप से विदेशी धरती से सक्रिय आतंकवादियों और गैंगस्टरों की निगरानी करेगा और उनके लिए सबूत एकत्र करेगा। हाल ही में खुफिया एजेंसियों ने कई ऐसी सूचनाएं एकत्र की हैं जिनसे पता चला है कि भारत में प्रमुख आतंकवादी गतिविधियों की योजना और संचालन विदेशी धरती से किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों और गैंगस्टरों के बीच गहरी सांठगांठ के सबूत मिले हैं। कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान, ग्रीस और फिलीपींस में कई शीर्ष खालिस्तानी आतंकवादी नेताओं की उपस्थिति का पता चला है। एनआईए की टीम ने ग्रीस में खालिस्तानी आतंकवादी सतनाम सिंह सत्ता की मौजूदगी का पता लगाया है। आतंकवाद निरोधी एजेंसी को फिलीपींस के फिरोजपुर निवासी अमरीक सिंह और मनदीप सिंह की मौजूदगी का पता चला है। दोनों पर यूएपीए के तहत आरोप लगाए गए हैं। हरजोत सिंह के खिलाफ एनआईए ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया था, अमेरिका में उसके होने का पता चला है। अधिकारी ने कहा कि इन सभी आतंकवादियों के खिलाफ कड़े आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए के तहत कार्रवाई की जाएगी। इन सभी पर विदेशी धरती से भारत विरोधी दुष्प्रचार चलाने का आरोप है। उन्होंने आगे कहा कि इंटरपोल और अन्य विदेशी एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। भारत से फरार लोगों के बारे में जानकारी साझा किया जा रहा है। 

भारत में आतंकवादी गतिविधियों पर हाल ही में की गई जांच से पता चला है कि आतंकवादी संगठन मादक पदार्थों के कारोबार में शामिल हो गए हैं। संघीय एजेंसी द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्यों से पता चला है कि पाकिस्तान समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) ने ड्रग तस्करों के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड से जुड़े कट्टर अपराधियों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करने के लिए उनकी भर्ती का एक बड़ा अभियान शुरू किया है। विभिन्न देशों में स्थित बीकेआई के कार्यकर्ता भारत स्थित सहयोगियों की भर्ती और प्रशिक्षण, आतंकवादी संगठन के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को धन, हथियार और विस्फोटक उपलब्ध कराने के आपराधिक षड्यंत्र में संलिप्त थे। एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि, "ये गतिविधियाँ पाकिस्तान सहित विदेशों में स्थित उनके सहयोगियों और परिचितों के माध्यम से संचालित की जा रही थीं। उद्देश्य भारतीय धरती पर आतंकी वारदातों को अंजाम देना था। इस मुद्दे पर बात करते हुए, सुरक्षा विशेषज्ञ रिटायर ब्रिगेडियर बी.के. खन्ना ने कहा कि इस तरह का विशेष प्रभाग एनआईए को मुख्य रूप से विदेशों से संचालित मामलों की जांच करने में वास्तव में मदद करेगा. खन्ना ने कहा, "आमतौर पर, एनआईए राष्ट्र-विरोधी कार्यकर्ताओं का पता लगाने के लिए अन्य खुफिया एजेंसियों की मदद लेती है।  इस तरह के एक प्रभाग के गठन से, एनआईए स्वतंत्र रूप से भगोड़ों का पता लगाने और विदेशी धरती पर मौजूद आतंकवादियों का पता लगाने के लिए काम कर सकेगी।