‘शादी के खेल में, हर पति जाएगा जेल में’... करवाचौथ के दिन ‘पत्नी पीड़ितों’ का अनोखा प्रदर्शन! तख्तियों पर लिखी ऐसी बातें, जिसे सुनकर आप भी रह जायेंगे हैरान

'In the game of marriage, every husband will go to jail'... Unique performance of 'wife victims' on the day of Karva Chauth! Such things written on the placards, you will be surprised to hear them.

नई दिल्ली। रविवार को जब देशभर में सुहागिन महिलाओं द्वारा करवाचौथ का व्रत व्रत रखकर अपने पतियों की लंबी उम्र की दुआएं मांगी जा रही थी, तब राजधानी दिल्ली में एक ऐसा प्रदर्शन हो रहा था, जिसने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया। दरअसल ये प्रदर्शन उन लोगों द्वारा किया जा रहा था जो अपनी-अपनी पत्नियों से पीड़ित थे और ये लोग मैरिटल रेप को लेकर प्रस्तावित कानून का विरोध कर रहे थे। पत्नी पीड़ित लोगों के इस प्रदर्शन और प्रदर्शन की टाइमिंग को लेकर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 

यही नहीं इन प्रदर्शनकारियों के नारों और तख्तियों ने भी लोगों का ध्यान खूब आकर्षित किया। तख्तियों में प्रदर्शनकारियों द्वारा लिखा गया था कि ‘शादी के खेल में, हर पति जाएगा जेल में। बीवी करे तो प्यार, पति करे तो बलात्कार। पत्नी के प्यार में, पति गया तिहाड़ में। अगले जन्म मोहे बेटा ना कीजो।’

ऐसे ही नारे रविवार को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के बाहर गेट पर प्रदर्शन कर रहे करीब 75 लोग लगा रहे थे। ये नारे लिखी तख्तियां भी उनके हाथों में थीं। स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन करने वाले वो लोग थे, जो किसी ना किसी हाल में अपनी पत्नियों से पीड़ित हैं। उनके उत्पीड़न का शिकार बनें हैं या फिर उनकी ब्लैकमेलिंग का। इन लोगों में कुछ लोग तो ऐसे थे, जो कई साल से अपने बच्चों से भी नहीं मिले हैं। क्योंकि उनकी पत्नियों नें उन्हें घर से बाहर निकाल दिया है। और कुछ बच्चों को उनके पिता से भी मिलने की इजाजत नहीं देती हैं। कुछ पति ऐसे हैं कि वो अपना घर होते हुए भी किराए के मकानों में रहते हैं।

दरअसल, ये सारे पत्नी पीड़ित प्रदर्शनकारी मैरिटल रेप को लेकर प्रस्तावित कानून का विरोध करने के लिए वहां जमा हुए थे। ये सभी अपने नारों और तख्तियों की वजह से लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहे थे। दिल्ली हाई कोर्ट के अधिवक्ता मनीष सिंधवानी इस प्रोटेस्ट का नेतृत्व कर रहे थे। वह खुद पत्नी पीड़ित रह चुके हैं। उन्होंने खुद शिकार बनने के बाद ऐसे लोगों की मदद करने का फैसला किया था, जो पत्नी से पीड़ित हैं। इसी के चलते उन्होंने न्याय प्रयास फॉउन्डेशन का आगाज किया।