हेल्थकेयर:सीने में उठने वाले हल्के दर्द को इग्नोर न करें, हो सकता है ये साइलेंट हार्ट अटैक हो! क्या है साइलेंट हार्ट अटैक जानिए खबर के लिंक में और अलर्ट हो जाइये

हृदयाघात यानी हार्ट अटैक आमतौर पर सीने में तेज दर्द होने का लक्षण समझा जाता है। अगर आप भी ऐसा मानते है तो के गलत है क्योंकि कई बार हार्ट अटैक में दर्द बेहद हल्का या न के बराबर होता है और लोग इसे गैस का दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते है। ये हल्का दर्द साइलेंट हार्ट अटैक कहलाता है,जिस पर ध्यान नही दिया गया तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। अमूमन साइलेंट हार्ट अटैक का पता तब चलता है जब हल्के दर्द में ही डॉक्टर के पास जाकर कार्डियक अल्ट्रासाउंड करवाया जाता है।
आइये जानते है साइलेंट हार्ट अटैक के कुछ लक्षण,जिन्हें देखकर आप भी किसी की जान बचा सकते है।
कुछ खास लक्षण होते हैं जो हार्ट अटैक की चेतावनी देते हैं. जैसे कि सीने में तकलीफ या दर्द, ठंड लगने के साथ पसीना आना और बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होना. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हार्ट अटैक बिना लक्षण के भी आ सकता है. जी हां हो सकता है कि आपको भी कभी ना कभी दिल का दौरा पड़ा हो और आपको इसका पता भी ना चला हो. इसे 'साइलेंट' हार्ट अटैक (Silent heart attack) कहा जाता है. साइलेंट हार्ट अटैक में बहुत असामान्य या फिर कोई भी लक्षण महसूस नहीं होते हैं. इस तरह का हार्ट अटैक बहुत खतरनाक हो सकता है.
साइलेंट हार्ट अटैक क्या है-
अमेरिका के क्लीवलैंड क्लिनिक के कार्डियोलॉजिस्ट कर्टिस रिम्मरमैन के अनुसार, साइलेंट हार्ट अटैक का सबसे बड़ा खतरा ये होता है कि पता ना चल पाने की वजह से लोग इसका इलाज भी नहीं करा पाते हैं. साइलेंट हार्ट अटैक में भले ही इसके लक्षण ना महसूस होते हों लेकिन ये आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए इस पर ध्यान देने की बहुत जरूरत है.
साइलेंट हार्ट अटैक का पता कैसे चलता है-
जिन लोगों हार्ट अटैक की पहचान नहीं हो पाती है, उन्हें हफ्तों या महीनों बाद इसके बारे में तब पता चलता है जब वो रेगुलर चेकअप के लिए अपने डॉक्टर के पास जाते हैं. हृदय की मांसपेशियों को कितना नुकसान हुआ है, इसे देखकर डॉक्टर बता देते हैं कि आपको किस तरह का हार्ट अटैक आया होगा. इसके लिए डॉक्टर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (EKG) या कार्डियक अल्ट्रासाउंड के जरिए इसका पता लगा सकते हैं. कुछ लोग साइलेंट हार्ट अटैक के तुरंत बाद डॉक्टर के पास जाते हैं क्योंकि वो थकान और सांस की तकलीफ जैसे लक्षण महसूस करते हैं. साइलेंट हार्ट अटैक वैसे तो किसी को भी हो सकता है लेकिन महिलाओं और डायबिटीज के मरीजों में इसका खतरा ज्यादा रहता है.
इन लक्षणों पर दें ध्यान-
साइलेंट हार्ट अटैक में खास लक्षण नहीं दिखाई देते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप इसके संकेतों की पहचान नहीं कर सकते. सीने में जकड़न, बहुत ज्यादा थकान महसूस होना, किसी एक्टिविटी में सांस फूलना, दिल में जलन महसूस होना, अपच और लगातार बेचैनी महसूस होना साइलेंट हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं. अक्सर, लोगों को लगता है कि उनके साथ कुछ गलत हो रहा लेकिन वो इस पर भरोसा नहीं करना चाहते हैं कि ये हार्ट अटैक भी हो सकता है. इसलिए किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।