गुजरात पुल हादसा:अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पोलैंड के पीएम ने पुल हादसे पर जताया दुःख,कहा दुःख की हर घड़ी में हम भारत के साथ
भारत:1/11/2022
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे को लेकर गहरी संवेदना व्यक्ता की है। उन्होंने कहा है कि वे और उनकी पत्नी जिल उन परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने भारत में पुल गिरने के दौरान अपने प्रियजनों को खो दिया। हम भारतीय लोगों के साथ इस दुख घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं।
बाइडेन के अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी गुजरात के मोरबी में एक सस्पेंशन ब्रिज के ढहने से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया और पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होने अपने ट्वीट में लिखा, "हम गुजरात के मोरबी में एक निलंबन पुल के दुखद पतन से बहुत दुखी हैं। हमारे दिल भारत के लोगों के साथ हैं, और हम पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका इस मुश्किल की घड़ी में भारतीयों के साथ खड़ा है।"
अमेरिका के अलावा पोलैंड के प्रधान मंत्री माटुस्ज मोराविकी, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग, कनाडा कनाडा के प्रधान मंत्री,चीन और जापान समेत कई देशें के नेताओं ने इस हादसे पर संवेदना व्यक्त की है।
वही पीएम मोदी की अध्यक्षता में मोरबी पुल हादसे को लेकर गुजरात के राजभवन में एक हाईलेवल मीटिंग हुई,जिसमें गुजरात सरकार के अधिकारियों के साध सीएम भूपेंद्र सिंह पटेल मौजूद रहे। सीएम ने इस हादसे पर 2 नवंबर को राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दिन गुजरात में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
आपको बता दे कि मोरबी पुल हादसे में पुलिस ने पुल के रखरखाव करने वाली कंपनी ओरेवा के 2 अधिकारियों,2 टिकट विक्रेताओं, और 3 सुरक्षा कर्मियों समेत 9 लोगो को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कंपनी के खिलाफ़ गैर इरादतन हत्या और गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। जिस वक्त मोरबी पुल हादसा हुआ उस वक्त 400 लोगो ने टिकट खरीदे थे,हादसे में करीब 134 लोगो की मौत की पुष्टि हो चुकी है वही अब तक सौ से ज़्यादा लोगो के घायल होने की खबर है। रेस्क्यू अभियान में लाइफ बोट में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान लगातार जुटे हैं।इस हादसे में राजकोट के बीजेपी सांसद मोहन कुंदरिया के भी 12 रिश्तेदार मारे गए हैं। ये सभी रिश्तेदार पिकनिक मनाने गए थे और घटनास्थल पर पहुंचने वाले शुरुआती लोगो मे से थे।