राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने विश्वकर्मा दिवस पर भगवान विश्वकर्मा को नमन कर दी शुभकामनाएं, रचनाकारों की सराहना

चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने बुधवार को राजभवन परिसर में विश्वकर्मा दिवस के पावन अवसर पर सृजन और शिल्पकला के देवता भगवान विश्वकर्मा को नमन किया। इस दौरान राज्यपाल के सचिव डी.के. बेहेरा सहित राजभवन के अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। सभी ने भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा व्यक्त की।
राज्यपाल प्रो. घोष ने इस अवसर पर हरियाणा की जनता को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा दिवस हमें कौशल, नवाचार और समर्पण की उस भावना की याद दिलाता है, जो एक प्रगतिशील और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा के आदर्श हमें न केवल सृजनशीलता की प्रेरणा देते हैं, बल्कि अपने कार्य के प्रति ईमानदारी, परिश्रम और निष्ठा का भी संदेश देते हैं। राज्यपाल ने देशभर के शिल्पकारों, इंजीनियरों, आर्किटेक्ट्स, मिस्त्रियों और निर्माण कार्यों से जुड़े सभी कारीगरों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन सभी का योगदान राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में अत्यंत महत्वपूर्ण है। “हमारे समाज के निर्माण में शिल्पकारों की मेहनत और रचनात्मकता वह आधारशिला है, जिस पर विकास की इमारत खड़ी होती है,” उन्होंने कहा। प्रो. घोष ने नागरिकों से आह्वान किया कि वे भगवान विश्वकर्मा के आदर्शों से प्रेरणा लेकर अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता और निष्ठा के साथ योगदान दें। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में तकनीक और नवाचार की भूमिका लगातार बढ़ रही है, ऐसे में कौशल विकास और अनुसंधान को बढ़ावा देना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।