नहीं रहे डीयू के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा! देर रात पड़ा हार्ट अटैक, नक्सलियों से संबंध होने का शक, जेल में गुजारे थे 10 साल

नई दिल्ली। डीयू के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा का शनिवार को निधन हो गया। उन्होंने 57 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। बताया जाता है कि उन्हें गॉल ब्लैडर में इन्फेक्शन था और शनिवार देर रात उन्हें हार्ट अटैक भी पड़ा, जिसके बाद उनका निधन हो गया। साईबाबा के भाई रामदेव ने कहा कि हैदराबाद के निम्स के डॉक्टरों ने रात 8ः36 बजे उन्हें मृत घोषित किया। वे एक साथ कई बीमारियों से ग्रसित थे। निम्स में 5 दिन पहले उनकी गॉल ब्लैडर की सर्जरी हुई थी। इसके बाद वे ठीक हो रहे थे। लेकिन अचानक उनके गॉल ब्लैडर में पस बनने लगा। उन्हें फीवर और एब्डॉमिन में दर्द होने लगा। डॉक्टरों ने 2 दिन पहले पस निकालने का इलाज शुरू किया। इसके बाद पेट में इंटरनल ब्लीडिंग शुरू हुई। उनका बीपी लेवल गिरा। दिल की धड़कनें बंद हुईं। किडनियों ने भी काम करना बंद कर दिया। शनिवार को आए हार्ट अटैक के बाद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
बता दें कि नक्सलियों से कथित संबंध रखने के शक में 2014 में वे गिरफ्तार हुए थे। महाराष्ट्र की गढ़चिरौली कोर्ट ने मार्च 2017 में साईबाबा को दोषी ठहराया था। 5 मार्च को बॉम्बे हाईकोर्ट ने साईबाबा और 5 अन्य आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट ने उनकी उम्रकैद की सजा रद्द कर दी है। उन्हें दोषसिद्धि के खिलाफ अपील करने की इजाजत भी दी गई है।