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तलाक लेने कोर्ट पहुंची महिला की डिमांड सुन हर कोई हैरान! मेंटिनेंस के नाम पर मांगे 6 लाख रूपए, जज साहिबा बोलीं- खुद कमाओ तो...

Everyone is surprised to hear the demand of the woman who reached the court to seek divorce! Asked for Rs 6 lakh in the name of maintenance, Judge Sahiba said - earn it yourself...

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर इन दिनों तलाक से जुड़े मामले में पेश एक याचिका पर सुनवाई का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। हर कोई इस वीडियो को पसंद कर रहा है और शेयर कर रहा है। मामला कर्नाटक हाईकोर्ट का है। यहां जज के सामने पत्नी द्वारा गुजारा भत्ता मांगने का एक अजीबोगरीब केस सामने आया है। दरअसल तलाक ले रही महिला ने अपने पति से मेंटिनेंस के रूप में 6 लाख 16 हजार 300 रुपए की मांग की। मेंटिनेंस के तौर पर मांगी जाने वाली इतनी रकम को सुन मामले की सुनवाई कर रही महिला जज भी भड़क गईं। उन्होंने वकील से कहा कि भला एक महीने में इतने रुपए कौन खर्च करता है? क्या आप यह नियमों का गलत फायदा नहीं उठा रहे हो?
 

मैडम जज के सवाल का जवाब देते हुए तलाक ले रही महिला के वकील ने कहा कि मैडम, महिला ब्रांडेड कपड़े पहनती हैं। महंगे रेस्टोरेंट्स जाती है और लग्जरी लाइफ जीने के लिए महंगी चीज़ों का प्रयोग करती है। इस पर जज साहिबा ने जवाब दिया और कहा कि अगर उन्हें इतना ही ब्रांडेड कपड़े और लग्जरी लाइफ जीने का शौक है तो उन्हें खुद कमाना चाहिए। आप सही आंकड़ों के साथ आइए वरना मैं आपकी याचिका खारीज कर दूंगी। कृप्या अपने क्लाइंट को कह दीजिए। महिला जज ने आगे कहा कि, आपके पास ना तो किसी तरह की परिवार की जिम्मेदारी है और ना ही आपको बच्चों की देख-रेख करनी है। आपको पैसा सिर्फ अपने लिए चाहिए तो इतने पैसे भला कौन मांगता है। वहीं, पति के तरफ से पेश हुई वकील ने इसका विरोध किया और कहा कि मैडम यह एक तरह से उत्पीड़न है।   

वीडियो में आगे देखा जा सकता है कि पत्नी की तरफ से पेश हुआ वकील गुजारे भत्ते के तौर पर दिए जाने वाले पैसों का लेखा-जोखा बता रहा है। वह बताता है कि उसकी क्लाइंट अपने खाने पर 40 हजार रुपए खर्च करती है। वहीं पहनने के लिए उसकी क्लाइंट ब्रांडेड कपड़े ही पहनती है, जिसमें Calvin Klein के कोई भी कपड़े 10 हजार से कम के नहीं आते। ऐसे में वह अपने कपड़ों और जूतों के लिए डेढ़ लाख रुपए महीने की मांग की है। वहीं, चूड़ी, गहने और मेकअप इत्यादि के समान पर लगभग वह 82 हजार रुपए खर्च करती हैं। पत्नी के वकील ने बताया कि उसकी क्लाइंट को घुटने के दर्द के साथ-साथ पैनिक अटैक और कई अन्य बीमारियां भी हैं, जिसके फिजियोथेरेपी और इलाज पर लगभग 4-5 लाख प्रति महीने खर्च होते हैं। ऐसे में उनके पूर्व पति से मेंटिनेंस के तौर पर 6,16,300 रुपये हर महीने दिलवाई जाए।

सोशल मीडिया पर इस सुनवाई का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो पर लोग कमेंट कर के अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। जहां कई लोगों का मानना है कि पुरुषों को गलत तरीके से एक्सप्लाइंट करने वालों के लिए जज साहिबा ने अच्छा जवाब दिया। वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि सलाम इनकी सोच को जिन्होंने पुरुष समाज के बारें में सोचा, नहीं तो आजकल औरतों को उनकी बात से पलटवाना बहुत मुश्किल होता है। वहीं, कई अन्य लोगों ने कहा कि भारत में पुरुष आयोग की सख्त जरूरत है। जिस तरह से भारत में महिला आयोग है, उसी तरह से भारत में पुरुष आयोग भी होना चाहिए।