सरकार ने बना डाले लाखो रुपये कबाड़, हो सकता है बड़ा खेल

प्रदेश में तौल कांटो पर घटतौली पकड़ने वाली 80 लाख रुपए कीमत की मोबाइल वे ब्रिज टेस्टिंग मशीन इस्तेमाल नहीं होने के कारण कबाड़ में तब्दील हो गयी है।केंद्र सरकार की और से भेजी गयी इस मशीन को बाट-माप विभाग प्रदेश में इस्तेमाल ही नहीं कर पाया।
-बता दे कि जब से ये मशीन आयी है इसे पहाड़ी रास्तों के अनुकूल नहीं होना बताकर आरएफसी के गोदाम में खड़ा कर दिया गया।लगभग 8 सालों से बेकार खड़ी-खड़ी यह मशीन कंडम हो गयी है।आरएफसी गोदाम केम्पस में खड़ी इस मशीन से 100 टन के तौल कांटो में घटतौली की शिकायत की जांच की जाती है,क्योंकि मशीन काफी बड़ी है और इसका मेंटेनेंस खर्च भी अधिक है इसी के चलते बाट-माप विभाग के अधिकारीयों ने इसे काम में नहीं लिया और पहाड़ी रास्तों के लिए मशीन को अनुकूल नहीं बताकर खड़ा कर अपना पल्ला झाड़ लिया।आरएफसी के गोदाम इंचार्ज हरेंद्र रावत ने बताया कि सालों से खड़ी इस मशीन के कारण काफी परेशानी भी हो रही है और इसके लिए आरएफसी की और से बाट-माप विभाग को कई बार पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। देखने वाली बात यह होगी कि किस तरह से इस लाखो के ट्रक को कंडम बता कर ओने पौने दामो में बेच दिया जाएगा और यह भी एक भरस्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा