शिलान्यास के दस साल बाद बने पुल का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

रामनगर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 9545.36 लाख रुपए की 12 योजनाओं का लोकार्पण और 27 योजनाओं का शिलान्यास करते हुए प्रदेश के युवाओं से स्वरोजगार अपनाने का आह्वान किया मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मे प्राकृतिक संपदाओ का खजाना है जरूरत है तो सिर्फ उनके उचित दोहन की।उन्होंने कहा कि भांग,पीरुल, बिच्छू घास ऐसी चीजें हैं जिनके उचित दोहन से दवाइयां बिजली व अन्य उत्पादन तैयार किए जा सकते हैं।


साथ ही कहा कि प्रदेश में टेलीमेडिसिन सेवा पर काम चल रहा है जिसमें 15 दिन के अंदर ग्रामीणों की समस्या का निदान होगा 500 स्कूलों को स्मार्ट क्लास से जोड़ा गया है जबकि बाकी बचे 700 स्कूलों को भी शीघ्र ही स्मार्ट क्लास से जोड़ दिया जाएगा जिससे बच्चे सीधे अध्यापक से संवाद कर सकेंगे और शिक्षा की गुणवत्ता में बेहतर सुधार आएगा।अपने संक्षिप्त संबोधन में मुख्यमंत्री का पूरा फोकस स्वरोजगार पर ही रहा।उन्होंने कहा कि प्रदेश के मेधावी बच्चों के लिए तमाम योजनाएं चला रही है, जबकि किसानों को ब्याज मुक्त ऋण सरकार दे रही है उन्होंने कहा कि अब किसानों को अपने उत्पादों के विक्रय के लिए नहीं भटकना पड़ेगा प्रदेश सरकार ने इसके लिए 62 सेंटर खोले हैं। इससे पूर्व विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री के समक्ष क्षेत्र की समस्याओं को रखते हुए उनके निदान की मांग की।कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख रेखा रावत नैनीताल सांसद अजय भट्ट बांदा जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट नगर अध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा राकेश नैनवाल पूर्व पालिका अध्यक्ष भागीरथ लाल चौधरी नरेंद्र शर्मा समेत अनेक भाजपाई मौजूद थे।हालांकि जिस कोसी पुल का उद्घाटन आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया उस पुल को बनने में 10 साल से अधिक का समय लग गया,पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी ने अपने कार्यकाल के दौरान इस पुल का शिलान्यास किया था।