शहीद देव बहादुर की शहादत पर उमड़ा जनसैलाब ।

देह लद्दाख में शहीद हुए देव बहादुर का पार्थिव शरीर चार दिन बाद बुधवार की सुबह सेना के वाहन से उत्तराखंड के जनपद ऊधम सिंह नगर के किच्छा उनके पैत्रिक निवास गौरिकला पहुंच गया । चीन सीमा लद्दाख में शहीद हुए देव बहादुर के अंतिम दर्शन लोगो की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भारी संख्या में लोगों ने नम आंखों से शहीद देव बहादुर को श्रद्धांजली अर्पित की। 


विदित हो जनपद ऊधम सिंह नगर के किच्छा ग्राम गोरी कला निवासी भारतीय जवान देव बहादुर बीते 4 दिन पूर्व कश्मीर के लेह बॉर्डर पर शहीद हो गये थे। जिसके बाद शहीद भारतीय जवान देव बहादुर का पार्थिव शरीर आज उनके निवास स्थान पहुंचने के बाद श्रद्धांजलि देने के लिए शहरभर के लोग आ पहुंचे। इस दौरान विधायक व पूर्व मंत्री समेत कई जनप्रतिनिधि भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। वही इस दौरान काफी संख्या मे युवा भी जनपद के लाल को अंतिम सलामी देने ऑर श्रद्धांजलि देने वहा पहुचे । युवाओं में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ खासा गुस्सा दिखाई दिया। जैसे ही शहीद देव बहादुर का शव उनके घर पहुंचा। उनके परिवारजन अपने आंसू रोक न सकें। यह मंजर देख हर किसी की आंख नम हो गई। 


 तिरंगे से लिपटे शहीद के शरीर को देखते ही वहां का माहौल गमगीन हो गया। सेना के खुले वाहन में शव के साथ शहीद सैनिक के भाई किशन बहादुर व क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला समेत अन्य जनप्रतिनिध ट्रक में सवार होकर रवाना हुए । वहीं शहीद की याद में जब तक सूरज चांद रहेगा देव बहादुर नाम रहेगा,पूरे क्षेत्र को भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे गूंजने लगे। शहीद का काफिले के साथ घर पहुंचे ही परिजनों में कोहराम मच गया। आवास पर जहां पहले से ही भारी संख्या में लोग श्रद्धांजली के लिए मौजूद थे। शहीद के आवास पर पूर्व काबिना मंत्री तिलकराज बेहड़ ने परिजनों से मुलाकत की और पुप्प चक्र अर्पित कर शहीद देव बहादुर को श्रद्धाजलि दी। शहीद देव बहादुर का करीब 12 बजे ग्राम राघव नगर एवं इंदरपुर स्थित शमशान घाट पर शहीद जवान देवबहादुर का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया । 



शहीद सैनिक के भाई किशन बहादुर भी सेना में ग्वालियर में पोस्टेड हैं। लद्दाख में तैनात रहे देव बहादुर की बात घर पर शुक्रवार को हुई थी। उन्होंने बताया कि वह पेट्रोलिंग पर जा रहे हैं, लौटकर वह आएंगे तब बात करेंगे लेकिन उनके शहादत की खबर आई।