वनाग्नि को लेकर वन विभाग चिंतित

उत्तराखंड में लगातार जिस प्रकार आग से जंगल धधक रहे हैं, उस पर आज मुख्य वन संरक्षक जयराम ने एक प्रेसवार्ता में बताया कि इस बार पिछले के मुकाबले वनाग्नि से नुकसान के साथ साथ पैसे की भी नुकसान में कमी आई है| पिछले साल जो आंकड़ा  2020  घटनाओं का था और वही लगभग 83  लाख रुपए का राजस्व का नुकसान हुआ था|वहीं इस वर्ष अब तक मे 1722 आग की घटनाओं के साथ 42 लाख 88 हजार रू के करीब के नुकसान हुआ है जो पिछले साल के मुकाबले लगभग आधा है | साथ ही उन्होंने  बताया कि इस बार उनके द्वारा लगभग रू.17 लाख ग्राम पंचायतों और ठेके पर मजदूरों को लेने पर खर्च हुआ| साथ ही उन्होंने वनाग्नि बुझाने में सहयोग करने वाले ग्राम पंचायतों व गांव की जनता का भी धन्यवाद किया| उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों व ग्रामीणों की सहायता से ही हम अधिक नुकसान होने से बचा पाए| साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि हमारे द्वारा टोल फ्री नंबर के साथ साथ एक मास्टर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है| जिस पर फोन कर आम जनता भी मुझसे सीधे मोबाइल फोन पर बात कर सकता है|