राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्या अंतरिम फैसला होगा?

1991 और 1992 से अब तक कि सबसे बड़ी लड़ाई और विवादित केस पर आज सुप्रीम कोर्ट फैसला देने वाली है ,जो 40 दिन की लंबी सुनवाई के बाद सुरक्षित रख लिया गया था।अयोध्या राम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में 5 सदस्यों की बेंच में इस मामले की सुनवाई हुई थी ,जिसमे गोगोई के अलावा जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस डिवाये चंद्रचूड़ और जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर शामिल थे.फैसले को लेकर पूरे देश मे कौतूहल का माहौल बना हुआ है,फैसला जो भी आएगा उसके बाद का रास्ता क्या होगा? इसी कशमकश में हिंदू पक्षधर भी है, और मुस्लिम पक्षधर भी,क्या जो फैसला सुप्रीम कोर्ट सुनायेगी वही अंतिम फैसला होगा? आगे की स्थिति क्या होगी ?क्या सभी को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर अपनी रज़ामंदी देनी होगी?इसका जवाब है कि कोर्ट के फैसले के बाद दोनों ही पक्षों के पास पुनर्विचार याचिका यानी रिव्यू पिटीशन डालने का मौका होगा,जिस बेंच को सुनवाई फिर करनी पड़ेगी,हालांकि ये सर्वोच्च न्यायालय के ऊपर निर्भर करता है कि वो पुनर्विचार याचिका को कोर्ट के अंदर सुने या फिर चैम्बर में।फिलहाल मामला गर्म है अयोध्या तो छावनी में ही तब्दील हो चुकी है बाकी और जगह भी नज़रबन्द की गई है ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना ने घटे।