रामनाथ कोविदं ने देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रपति पद की शपथ ली

रामनाथ कोविदं ने देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रपति पद की शपथ ली। चीफ जस्टिस खेहर ने  कोविंद को महामहिम राष्ट्रपति पद की शपथ। साथ ही प्रणव मुखर्जी ने दी कोविंद को बधाई। 

बताते चलें कि राम नाथ कोविन्द का जन्म एक अक्टूबर 1949 में उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिला की तहसील डेरापुर के एक छोटे से गाँव परौंख में हुआ था। वकालत की उपाधि लेने के पश्चात उन्होने दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत प्रारम्भ की। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर उनकी नियुक्ति हुई। उन्होनें संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा भी पास की। 

राम नाथ कोविन्द वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हुए। वर्ष 1994 में उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2000 में पुनः उत्तरप्रदेश राज्य से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। कोविन्द लगातार 12 वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे।

राम नाथ कोविन्द 'भाजपा दलित मोर्चा' के राष्ट्रीय अध्यक्ष और 'अखिल भारतीय कोली समाज' के अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1986 में दलित वर्ग के कानूनी सहायता ब्युरो के महामंत्री भी रहे। 

सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन द्वारा भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किये गए। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की थी। अमित शाह ने कहा कि रामनाथ कोविंद दलित समाज से उठकर आये हैं और उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए बहुत काम किया है। वह एक वकील हैं और उन्हें संविधान का अच्छा ज्ञान भी है। इसलिए वे एक अच्छे राष्ट्रपति साबित होंगे और आगे भी मानवता के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। 20 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव निर्वाचन के परिणाम में कोविंद ने यूपीए की प्रत्याशी मीरा कुमार को लगभग 3 लाख 34 हजार वोटों के अंतर से हराया। कोविंद को 65.65 फीसदी वोट हासिल मिले।