रामजन्म भूमि पर ऐतिहासिक फैसला लिखने वाला आखिर पांच जजो में से कौन था?

45 मिनट और एक फैसले ने पूरे देश मे खुशी की लहर फैला दी,मामला अयोध्या के राम मंदिर की विवादित भूमि का था ,5 जजो की पीठ ने ऐतिहासिक फैसला सुना दिया पर वो फैसला 5 जजो में से किसने लिखा था ये अब तक रहस्य बना हुआ है,सर्वसम्मति से 1045 पन्नो का फैसला लिखने वाला जज अब भी दुनिया से छुपा है,संविधान पीठ ने फैसले के वक्त भी ये नही बताया कि आखिर ये ऐतिहासिक फैसला किस जज ने लिखा था,5 जजो में मुख्यतः डी वाई चंद्रचुड़,एसए बोबड़े,सीजेआई रंजन गोगोई,अशोक भूषण और अब्दुल नज़ीर शामिल थे,इन पांचों जजो में से भी किसी ने भी अभी तक फैसला लिखने वाले जज का नाम उजागर नही किया।

फैसले में एक बात और अहम रही कि 1045 पन्नो के अलावा फैसले में 116 पन्ने और अतिरिक्त भी जुड़े हुए थे जिसमें जज ने एकमत निष्कर्ष पर पहुंचते हुए अपनी राय अलग से दी थी,इसमें भी लेखक का नाम उजागर नही किया गया है जिसने ये कहा कि विवादित भूमि पर रामजन्म भूमि विश्वास और आस्था के आधार पर हिंदुओं की है।पूरे फैसले में कई राय ऐसी रही जिनके लेखक के बारे में खुलासा नही हो पाया ऐसा शायद इसीलिए भी किया गया हो ताकि उक्त जज के ऊपर किसी भी तरह की कोई उँगली न उठा सके।