यस बैंक घोटाला - बाप ही नही बेटियां भी फंसी घोटालों में,भारत से भागने की थी तैयारी।

2004 में शुरू हुआ यस बैंक 2019 तक भारत का एक बड़ा प्राइवेट सेक्टर का बैंक बन चुका था,लेकिन अब यस बैंक नो बैंक बनने की कगार पर खड़ा है,हालांकि यस बैंक को डूबने से बचाने के लिए काफी महीनों से प्रयास किये जा रहे थे लेकिन आरबीआई ने अब यस बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया।

 कभी यस बैंक के शेयर का प्राइस 1400 रुपये हुआ करता था,लेकिन आज इसके शेयर 55 प्रतिशत तक जा गिरे हैं।अर्श पर पहुंच कर धड़ाम से फर्श पर आना कोई इत्तेफाक नहीं।

जांच में पता चला कि राणा कपूर ने 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति में निवेश किया था, ये संपत्ति भारत में हैं। प्रवर्तन निदेशालय को शक है कि संपत्तियों में रिश्वत का पैसा लगाया गया था। यूनाइटेड किंगडम में भी संपत्तियों का खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक राणा कपूर पर आरोप है कि उन्होंने कई शेल कंपनियों का गठन किया, ताकि कथित रूप से रिश्वत में मिली रकम को खपाया जा सके।ईडी के पास इस बात के सबूत हैं कि डीएचएफल को राणा कपूर की मदद से लोन दिया गया, जबकि डीएचएफल इसे चुकाने में नाकाम था।ईडी ने अब राणा कपूर के पूरे परिवार के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है, जिसके बाद राणा कपूर की बेटी रोशनी कपूर को लंदन जाने से रोका गया है।

यस बैंक के ज़रिए हुए घोटालों को लेकर राणा कपूर के साथ ही उनका पूरा परिवार शक के दायरे में आ चुका है, इस बीच उनकी बेटी रोशनी भारत छोड़ने की फिराक में थी,रोशनी कपूर मुंबई एयरपोर्ट से लंदन जा रही थी। लेकिन रोशनी को एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। वहीं राणा कपूर के दामाद आदित्य के खिलाफ भी लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक बिन्दू कपूर और उनकी तीन बेटियां राखी, रोशनी और राधा के नाम पर कई कंपनियां हैं।इन्होंने कथित रूप कई कॉरपोरेट घरानों से रिश्वत  ली है। ये किकबैक कथित रूप से यस बैंक से लोन दिए जाने के एवज में मिला है। दरअसल, देश के कई दिग्गज प्रोफेशनल के जरिए शुरू किया गया निजी क्षेत्र का यस बैंक संकट में फंस गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके बोर्ड का संचालन अपने हाथों में लेते हुए इससे महीने में 50 हजार रुपये तक की ही निकासी की सीमा तय कर दी है। सरकार ने इसे संकट से दूर करने के लिए कवायद भी शुरू कर दी है।