मोदी जी ! बच्चे रो रहे हैं , शगूफ़ा दे दीजिए !!

पीएम मोदी ने तीन साल पहले आज ही कि तारीख यानी रात 8 बजे 8 नवंबर 2016 को मित्रों कह कर देश को संबोधित करते हुए 500 और हज़ार के नोट बन्द करने का फरमान जारी किया था,उस वक्त ऐसा हो हल्ला मचा कि जो विपक्ष 70 सालो में सड़क पर नही आयी वो नोटबन्दी से सड़क पर उतर आई थी, आज नोटबन्दी को तीन साल पूरे हों गए पर विपक्ष अब भी सदमे से बाहर नही आई है ,कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके नोटबन्दी को आतंकी हमला ही करार दे डाला है,और लिखा है कि इसने भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया कई लोगो की जान ले ली ,के छोटे कारोबार खत्म कर दिए,और लाखों भारतीयों को बेरोजगार कर दिया,इस निंदनीय हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
नोटबन्दी के दौरान राहुल खुद भी बैंक की लाइन में चार हज़ार के नोट बदलने के लिए खड़े दिखाई दिए थे,तब भी राहुल मोदी सरकार पर तबियत से गरियाये थे,आज फिर वो नोटबन्दी की सालगिरह पर बौखला गए,वहीं उनकी बहन प्रियंका गांधी भी नोटबन्दी की सालगिरह पर गुस्से में है,उन्होंने भी ट्वीट कर लिखा है कि "नोटबन्दी को तीन साल हो गए ,सरकार और इसके नीमहकीमों द्वारा किये गए नोटबन्दी सारी बीमारियों का शर्तिया इलाज" के सारे दावे एक एक करके धराशायी हो गए,नोटबन्दी एक आपदा थी जिसने हमारी अर्थव्यवस्था नष्ट कर दी,इस तुगलकी कदम की ज़िम्मेदारी अब कौन लेगा?"
सोशल मीडिया पर सिर्फ यही दोनों भाई बहन नही है जो मोदी सरकार के नोटबन्दी के फैसले पर गुस्साए हुए हैं, और भी बहुत से लोग आज नोटबन्दी के तीन साल पूरे होने पर मोदी सरकार पर जमकर हमला कर रहे हैं आज सुबह से सबसे ज़्यादा ट्रेंडी लाइन 3yrsofDiMoDisaster,और DeMonestisation Disaster रही है खुद राहुल गांधी ने भी हैशटैग के ज़रिए इसका प्रयोग अपने ट्वीट में किया है।
आपको बता दे कि ठीक रात के 8 बजे 8 ही तारीख को मोदी सरकार ने 500 और 1000 के नोट पर प्रतिबंध लगा दिया था उस वक्त नोटबन्दी की घोषणा काले धन,आतंकी फण्ड,भ्रष्टाचार जैसे कई मुद्दों पर रोक लगाने के लिए की गई थी ,आज नोटबन्दी की तीसरी सालगिरह है और सोशल मीडिया में नोटबन्दी को लेकर फिर हलचल मच रही है।