मीडिया में खबर आने से जागा प्रशासन,भीमताल एक्वेरियम की खस्ता हालत को दुरूस्त करने के दिये निर्देश

एशिया के दूसरे नम्बर के रूप में पहचाने जाने वाले भीमताल के ह्यूज एक्वेरियम को नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की अनदेखी के चलते एक्वेरियम की मछलियां मरने लगी थी जिसकी वजह से पर्यटकों के आने जाने पर प्राधिकरण ने रोक लगा दी थी।इस खबर को मीडिया द्वारा प्रमुखता से फैलाया गया जिसके बाद अब प्रशासन की कुंभकर्णी नींद खुली है और प्राधिकरण सचिव ने एक्वेरियम का निरीक्षण किया और वहां की खस्ता हालत पर ठेकेदार को जमकर फटकार भी लगायी।निरीक्षण के दौरान एक्वेरियम में जगह जगह गंदगी पायी गयी,दीवारों पर रंगाई भी नहीं की गयी थी ,जिसकी वजह से बाहरी इमारत बहुत भद्दी दिखाई दे रही थी,फव्वारे भी बेकार पड़े थे।




ये सब देख सचिव द्वारा कड़े निर्देश दिये गये हैं कि इमारत को दुरूस्त करने के लिये ,विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से ठीक कर अधिक क्षमता की एलईडी लाइट लगायी जाये और खराब जेनरेटर को ठीक किया जाये।साथ ही 30 तारीख तक मुम्बई ,कोलकाता,चेन्नई और केरल से एक्वेरियम के लिये मछलियां लाने के भी निर्देश दिये ताकि आने वाले पर्यटन सीजन में सैलानी एक्वेरियम देखने आयें।

आपको बता दें कि1.48 करोड़ की लागत से निर्मित इस एक्वेरियम का शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 8 जनवरी 2010 को किया था। एक्वेरियम में मछलियों की उपलब्धता और उसके रखरखाव के लिए दिल्ली की एक कंपनी को ठेका भी दिया गया था,शुरुआत में ठेकेदार ने एक्वेरियम में समुद्र में पाई जाने वाली कई प्रजातियों की मछलियों को रखा था। इसकी पहचान एशिया के दूसरे नंबर के एक्वेरियम के रूप में भी की जाती थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से नैनीताल जिले की शान ये खूबसूरत एक्वेरियम बंद करने की कगार पर आ खड़ा हुआ है।जिसके चलते नौका व्यवसाय पर भी संकट आ खड़ा हुआ है।