मानसून मैराथन में पहाड़ की सुंदरता के कायल बने विदेशी और देशी धावक मैराथन को जीतने के लिए पहाड़ी सड़को पर दौड़े धावक

पौड़ी को पर्यटन मानचित्र में अलग पहचान दिलाने के लिए पौड़ी में आज मानसून मैराथन का आयोजन किया गया| सुबह सुबह धावक इस दौड़ के भागी बने सीनियर वर्ग पुरुषों के साथ ही सीनियर महिलाओं समेत जूनियर वर्ग के बालकों ने इस दौड़ में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया| देश विदेश के साथ ही स्थानीय धावकों को हरी झड़ी दिखाकर जनपद के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया| 

दौड़ की शुरुवात कण्डोलिया मैदान से हुई जो की सीनियर जूनियर वर्गों के साथ ही टेका अदवानी के जंगलो से होकर गुज़रते हुए रामलीला मैदान में सम्पन हुई| इस दौड़ में सीनियर पुरुष वर्ग 21 किलोमीटर की दौड़ के विजेता विपिन कुमार को 50 हजार की धनराशि सीनियर वर्ग में पहला स्थान लाने पर दी गई विपिन कुमार भारतीय सेना का हिस्सा हैं| 

जिनकी ट्रेनिंग इन दिनों लैंसडौन हिल एरिया में चल रही है विपिन ने 1 घण्टे 11 मिनट और 8 सेकंड में इस दौड़ को खत्म कर प्रथम स्थान हासिल किया| जबकि सीनियर वर्ग में दूसरे स्थान पर हरी सिंह रहे जिन्होंने 1 घण्टे 11 मिनट और 18 सेकंड में इस दौड़ को पूरा किया, और इन्हें 25 हजार की धनराशि से नवाजा गया| 

वहीं सीनियर वर्ग में तीसरे स्थान पर मनमोहन सिंह रहे जिन्होंने 1 घण्टे 11 मिनट और 30 सेकंड में इस दौड़ को पूरा किया, और इन्हें 15 हजार रूपये की धनराशि से नवाजा गया| इसी तरह सीनियर महिला वर्ग 10 किलोमीटर की दौड़ में रीमा पटेल ने पहला स्थान हासिल किया, जिन्हें 25 हजार की धनराशि ने नवाज गया| वहीं दूसरे स्थान पर सोनिया और तीसरा स्थान और नेहा ने हासिल किया| 

जूनियर वर्ग की दौड़ में गड़बड़ी होने के चलते ये दौड़ अब अगले रविवार को होगी दरअसल जूनियर वर्ग प्रतिभागियों को 4 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी थी, लेकिन प्रशासन से आपसी समन्वय न बन पाने के कारण प्रतिभागी 4 की बजाय 10 किलोमीटर दौड़ गए, इसलिए जूनियर वर्ग की ये दौड़ दोबारा अगले रविवार को होगी मानसून सीजन में आयोजित हुई मानसून मैराथन दौड़ का मकसद पौड़ी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाना था जिससे बाहर शहरों से पौड़ी पहुंचे धावक मानसून सीजन में पौड़ी की सुंदरता को निहार पाये और यहाँ की अलौकिक सुंदरता को निहारकर पौड़ी का प्रचार देश विदेश में होने पर यहाँ पर्यटकों की आवाजाही पर्यटन नगरी पौड़ी में बढ़ सके| इस पहल को कृषि मंत्री ने भी सराहा है और पर्यटन गतिविधियों में इसे मील का पत्थर बताया है।